राफेल मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का आक्रामक रुख शुक्रवार को भी जारी रहा। लोकसभा में चर्चा में भाग लेने के बाद राहुल ने एक बार फिर अपने सवाल दोहराए और मोदी सरकार पर जमकर हमला किया।
शुक्रवार को पहले कांग्रेस के नेताओं ने फिर नए सिरे से जेपीसी की मांग की, तो वहीं राहुल गांधी ने एक बार फिर से अपने सवाल दोहराए और अरुण जेटली पर गाली देने का आरोप भी लगाया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा कि आज सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री अपनी बात पेश करेंगी। ”ऐसे में मैं एक बार फिर से अपने सवाल उनके साथ विनम्रता से रखता हूं। जिनका जवाब देने से सरकार अब तक बच रही है।”
इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि अरुण जेटली ने लंबा भाषण दिया। ”मुझे गाली दी, मगर मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया।” राहुल ने कहा कि क्या कारण है कि अनिल अंबानी को ही कांट्रेक्ट दिया गया। ”अरुण जेटली जी ने संसद में लंबा चौड़ा भाषण दिया लेकिन मेरी बात का जवाब नहीं दिया बल्कि मुझे गाली दी।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सामने आ रहा है कि रक्षामंत्री को इस डील पर आपत्ति थी। ”तो ऐसा क्या कारण था कि उनकी आपत्तियों को अनदेखा किया गया और ३६ राफेल विमानों को खरीद किया गया।” उन्होंने पूछा कि सरकार को बताना पड़ेगा कि किन हालातों में ५२६ करोड़ रुपये की कीमत के विमान १६०० करोड़ रुपये में खरीदे गए।
राहुल ने कहा कि पीएम मोदी को लोकसभा में बहस की चुनौती देने वाले राहुल ने कहा कि पीएम मोदी गुरुवार को संसद से भाग गए। वहीं इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राफेल घोटाला पर पर्दा डालने की पीएम ने भरपूर कोशिश की है। ”चुनाव के दौरान ये जवालामुखी की तरह घोटाला फटेगा। सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने गलत हलफनामा दिया। जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने ग़लत फैसला दिया।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार से पूछा कि क्या कारण है कि अनिल अंबानी को ही कॉन्ट्रैक्ट दिया गया जबकि आपके पास हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल (एचएएल) जैसे विकल्प थे। गांधी ने पूछा कि बात सामने आ रही है कि ”रक्षा मंत्रालय को इस डील पर आपत्ति थी, बावजूद इसके यह डील की गई।”
राहुल के ब्यान से पहले पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी सरकार पर हमला किया और मीडिया को कुछ डाकुमेंट जारी किये।