एनसीपी के प्रमुख शरद पवार राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ विपक्ष की एकता के प्रयासों के लिए मुलाकातें कर रहे हैं, वहीं उनकी पार्टी ने कहा है कि कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में वह अपने उम्मीदवार उतार सकती है। एनसीपी ने हाल में अपना राष्ट्रीय दल का दर्जा खो दिया था और माना जा रहा है कि कर्नाटक में चुनाव लड़ने का उसका फैसला इसी कारण से है।
कर्नाटक के चुनाव में कांग्रेस के उभार की संभावनाएं जताई जा रही हैं। कुछ हलकों में कहा जा रहा है कि हाल में जब पवार जब दिल्ली में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से मिले थे तो उन्होंने इस बावत उन्हें बताया था।
कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा के चुनाव होने हैं। कहा जा रहा है कि एनसीपी वहां 45 के करीब उम्मीदवार मैदान में उतार सकती है। वहां भाजपा और कांग्रेस में सीधे टक्कर दिख रही है जबकि कुमारस्वामी की जेडीएस भी एक मजबूत पार्टी है।
वैसे एनसीपी का यह फैसला विपक्षी एकता के संकेत नहीं देता है। हाल में एनसीपी अपना राष्ट्रीय कथित तौर पर एनसीपी द्वारा हाल ही में अपना राष्ट्रीय दर्जा खोने के बाद किया गया है। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि एनसीपी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा फिर हासिल करने के लिए चुनाव लड़ने पड़ेंगे।