एक बड़े फैसले में मंगलवार को ६ सदस्यों के विरोध के बाद सुन्नी वक्फ बोर्ड ने एक बैठक करके ऐलान किया है कि बोर्ड अयोध्या विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर नहीं करेगा। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के केंद्र सरकार को मुस्लिम पक्ष को ५ एकड़ ज़मीन देने के आदेश के मामले में बोर्ड ने आज की बैठक में मामला आगे के लिए टाल दिया है।
गौरतलब है कि बोर्ड के जफर फारुकी पहले भी इस बात के हामी रहे थे कि सर्वोच्च न्यायालय से अंतिम फैसला आ गया है और बोर्ड को पुनर्विचार याचिका दायर नहीं करनी चाहिए। उनके मुताबिक इससे हिन्दू-मुस्लिम एकता भी मजबूत होगी।
उधर आज की बैठक में इस फैसले को तब तक के लिए टाल दिया गया है जब तक सरकार ५ एकड़ ज़मीन का प्रस्ताव नहीं लाती। बैठक में कहा गया कि ज़मीन नहीं इस बात का फैसला उस वक्त ही किया जाएगा जब केंद्र ज़मीन का ऑफर लेकर आयेगा।
जफर फारुकी ने पहले भी कहा था कि बोर्ड अयोध्या विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार याचिका दायर नहीं करना चाहिए। बोर्ड की ओर से फैसले का स्वागत किया गया है और उन्होंने कहा कि हम पहले से कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा उसे दिल से माना जाएगा। फारुकी ने कहा कि सभी को भाईचारे के साथ इस फैसले का सम्मान करना चाहिए।