दिल्ली में रामलीला और दुर्गा पूजन की दिल्ली सरकार द्वारा अनुमति मिल जाने से एक ओर मंदिरों के पुजारी प्रंसन्न है और हर साल रामलीला में मंचन करने वाले कलाकार भी खुश है। वहीं सबसे ज्यादा प्रसंन्नता जाहिर करते हुये दिल्ली के छोटे व्यापारी है। रेहड़ी –ढेली में मूंगफली सहित अन्य सामान बेचने वालों ने तहलका संवाददाता को बताया कि लाँकडाउन के दौरान उनका रोजगार और काम-धंधा पूरी तरह से टूट गया था। लेकिन अब उम्मीद जागी है कि काम-धंधा को पटरी पर लाया जा सकता है। रेहडी चलाने वाले ग्यादीन ने बताया कि वे मूल रूप से बिहार के रहने वाले है, काम-धंधा लाँकडाउन में ठप्प हो गया था तब से अब तक इसी संशय में थे कि कब से काम सुचारू हो और वे अपने सहयोगियों के साथ काम शुरू करें। उन्होंने बताया कि रामलीला का जहां मंचन होगा वहां से दूर होकर यानि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये भी अच्छा खासा कमा सकते है। छोटे व्यापारी संघ के मंत्री इंद्रजीत का कहना है कि रामलीला और दुर्गा पूजन से बाजारों में रौनक आयेगी और ग्राहक भी खरीददारी करेगें जिससे बाजार में पैसों का लेन-देन हो सकेंगा।
आर्थिक मामलों के जानकार सचिन कुमार का कहना है कि देश की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करने में छोटे कारोबारियों का बड़ा हाथ होता है। ऐसे में बाजारों में लोग उत्साह से पैसा खर्च करेगें। जिससे बाजार मजबूत होगा।