राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार की जांच का अनुरोध हेतु पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी और अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा से मुलाकात कर उन्हें अपनी शिकायत सौंपी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत सौंपी गई इस विस्तृत शिकायत के साथ शौरी और भूषण ने अपनी दलीलों को पुष्ट करने वाले दस्तावेज भी सौंपे हैं।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि राफेद सौदे के तहत अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को दिया गया ऑफसेट कांट्रेक्ट दरअसल कमीशन है।
उन्होंने सीबीआई निदेशक से अनुरोध किया कि वह जांच शुरू करने के लिए कानून के तहत सरकार से इसकी अनुमति हासिल करें। मालूम हो कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में अरुण शौरी मंत्री थे। लेकिन वर्तमान दौर में वह पार्टी में हाशिये पर चल रहे हैं।
भाषा के मुताबिक़ अरुण शौरी ने कहा है कि शिकायत के साथ संलग्न दस्तावेजों में हर तत्व और तथ्य दिया गया है।
प्रशांत भूषण ने अनुसार सीबीआइ निदेशक ने कहा है कि वह बेहद सावधानी से शिकायत को देखेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।