यूपीए अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने राफेल लड़ाकू विमान समझौते में कथित घोटाले पर मोदी सरकार को घेरने के लिए संसद परिसर में प्रदर्शन किया। सोनिया गांधी की अगुवाई में संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने इन विपक्षी सदस्यों ने प्रदर्शन किया और धरने पर बैठे। सोनिया ने राफेल मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की है।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोक सभा में राफेल के मामले पर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री पर गंम्भीर आरोप लगाए थे जिसके बाद से पार्टी और विपक्ष ने यह मुद्दा गरम रखा है। कांग्रेस ने राफेल मुद्दे को अब बड़ा मुद्दा बना लिया है और लगातार इस मसले को उठा रही है।
शुक्रवार को भाकपा के डी राजा, आप सांसद सुशील गुप्ता, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज बब्बर, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, अम्बिका सोनी और अन्य विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने जोरदार मांग की कि इस मुद्दे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच करवाई जाए।
इस मौके पर विपक्ष के सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए।
गौरतलब है कि कांग्रेस सदस्यों ने गुरुवार को भी लोकसभा में राफेल मामले की जांच जेपीसी से करवाने की मांग उठाते और इस विषय पर पीएम मोदी से जवाब की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया था। इस हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी।
इसके बाद संवाददाताओं से बातचीत में सोनिया गांधी ने सरकार के तीन तलाक विधेयक को राज्यसभा में पेश करने पर कहा कि ‘इस मुद्दे पर उनकी पार्टी की स्थिति बिल्कुल साफ है। ”मैं इस पर और कुछ नहीं कहूंगी।” याद रहे हींतीन तलाक मुद्दे पर कांग्रेस का कहना है कि इस बिल में संशोधन करने के लिए केंद्र सरकार ने विपक्ष से किसी तरह का मशबरा नहीं किया। सरकार इस बिल को राज्यसभा में तीन संशोधन के बाद पेश कर रही है।