कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को राफेल डील को लेकर मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा कि राफेल की जांच हो गई तो पीएम मोदी बच नहीं पाएंगे। राहुल ने कहा पीएम मोदी सीधे रूप से इस मामले से जुड़े हुए हैं। ”यह एक ओपन एंड शट केस है”। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप लगाया कि डसॉ के सीईओ झूठ बोल रहे हैं और सवाल किया – ”वे किसे बचा रहे हैं”?
राहुल ने कहा कि राफेल में सबकुछ साफ-साफ है। ”सरकार विमानों की कीमत का खुलासा क्यों नहीं कर रही है”। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दसॉ ने अनिल अंबानी की कंपनी में २८४ करोड़ रुपये का निवेश किया। अनिल अंबानी ने उसी पैसे के साथ जमीन खरीदी। ”यह साफ है कि दसॉ के सीईओ झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने घाटे वाली कंपनी में २८४ करोड़ रुपये का निवेश क्यों किया”? राहुल ने कहा ”घूस की पहली २८४ करोड़ रुपए की किस्त अनिल अंबानी को मिली है”।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राफेल की कीमत पर देश भर में सवाल उठ रहे हैं। ”सुप्रीम कोर्ट ने कीमत की जानकारी मांगी है। लेकिन सरकार कह रही है कि गोपनीय होने की वजह से नहीं बता सकते। फ्रांस के राष्ट्रपति ने मुझे कहा है कि राफेल की कीमत गोपनीय समझौते का हिस्सा नहीं है”। राहुल ने कहा कि राफेल डील की वजह से ही सीबीआई के चीफ को हटाया गया क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी और अनिल अंबानी के बीच में पार्टनरशिप थी।
गांधी ने राफेल की कीमत नहीं बताने पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सीक्रेट पैक्ट में प्राइस हो ही नहीं सकती। ”देश के लोगों का हक है विमान की कीमत जानना। मनोहर पर्रिकर (पूर्व रक्षा मंत्री) भी कह चुके हैं कि राफेल का एग्रीमेंट उन्होंने नहीं बदला। पर्रिकर देश को बताना चाहते थे कि राफेल का सौदा उन्होंने नहीं मोदीजी ने किया है”।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष इस मामले की जांच के लिए जेपीसी की मांग करता है। ”लेकिन हमें पूरा शक है कि मोदी सरकार इसकी जेपीसी से जांच नहीं करवाने देगी। ”प्रधानमंत्री को टेंशन है, उन्हें नींद नहीं आ रही और रात को सो नहीं पा रहे हैं”। राहुल ने कहा कि राफेल की जांच हो गई तो पीएम मोदी बच नहीं पाएंगे। ”ये सौदा पीएम मोदी ने अनिल अंबानी को ३०,००० करोड़ का फायदा पहुंचाने के लिए किया। राफेल सौदा ओपन और शट केस है”।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा की यह जनता को बताया जाए कि ”सीबीआई चीफ को क्यों हटाया गया? प्रधानमंत्री राफेल की जांच से डर गए, इसलिए सीबीआई डायरेक्टर को हटाया गया। डायरेक्टर को इसलिए हटाया गया क्योंकि राफेल में बड़े लोगों के फंसने की तैयारी है। प्रधानमंत्री अगर शामिल नहीं थे तो कहते कि जांच करो, लेकिन वे चुप हैं”।
राहुल ने शुक्रवार को फिर दोहराया कि मीडिया पर काफी दबाव है और पत्रकारों को डराया जा रहा है। गांधी ने कहा कि पहले दसॉ ने कहा था कि अनिल अंबानी की कंपनी के पास जमीन थी, इसलिए उनके साथ सौदा किया गया। अब सच सामने आया है कि जमीन तो दसॉ ने अपने पैसे से खरीदी। नुकसान में चल रही आठ लाख रुपये की कंपनी में २८४ करोड़ रुपये दसॉ ने क्यों डाले”?