दिल्ली में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाये जाने पर दिल्ली के व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने दिल्ली सरकार के फैसले का विरोध किया है। लोगों का कहना है कि दिल्ली सरकार लोगों के साथ मजाक कर रही है। वैसे ही दिल्ली में कोरोना का कहर है। लोगों में डर है। लोग मास्क लगाकर निकल रहे है। ऐसे में अगर रात 10 बजे ही दुकान बंद करनी पड़े तो इसका मतलब है कि रात 9 बजे ही दुकान बंद करने की तैयारी करनी होगी।
व्यापार एसोसिएशन से जुड़े पीयूष जैन का कहना कि क्या रात को ही कोरोना होता है, दिन में नहीं होता है। यानि सुबह 5 बजकर 1 मिनट के बाद कोरोना नहीं होगा। व्यापारी मनोज गुप्ता का कहना है कि दिल्ली सरकार की आप पार्टी की सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी कि वो भी देश की अन्य पार्टियों की तरह कोरोना के नाम पर सियासत करेगी। क्योंकि रात को कर्फ्यू लगने से दुकानदार मजबूरी में लोगों को औने –पौने दामों में सामान बेचेंगी खासतौर पर वो लोग जिनकी दुकानें घरों में है। ।
मनोज का कहना है कि अगर दिल्ली सरकार सही मायने में कोरोना को लेकर गंभीर है तो उसे रात को कर्फ्यू को लेकर और कोई विकल्प देखना होगा। अन्यथा बेवजह माहौल अफरा-तफरी वाला होगा। स्थानीय लोगों ने तहलका संवाददाता को बताया कि देश में कोरोना को लेकर वैसी ही हालात गड़वड़ है। ऐसे में कोरोना को रोकने के साथ-साथ लोगों को कोरोना के प्रति सचेत करते तो बेहत्तर होता। अन्यथा रात के कर्फ्यू से बात नहीं बनेगी।