देश भर में आठ राज्यों की १९ राज्यसभा सीटों के लिए मतदान जारी है। सबकी नजर गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान पर है, जहाँ कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर है। पिछले कुछ दिनों में भाजपा ने कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने की मुहीम भी चलाई थी। चुनाव आयोग ने कहा है कि १९ जून की शाम को ही सभी सीटों के लिए पड़े वोटों की गणना होगी।
यह चुनाव मार्च में होने थे लेकिन कोरोना वायरस के फैलाव के कारण १८ सीटों पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था। चुनाव आयोग ने बाद में कर्नाटक से चार सीटों और मिजोरम और अरूणाचल प्रदेश से एक-एक सीट के लिए चुनाव करवाने की घोषणा की। राज्यसभा की जिन १९ सीटों के लिए चुनाव हो रहा है उनमें आंध्र प्रदेश और गुजरात से चार-चार, मध्य प्रदेश और राजस्थान से तीन-तीन, झारखंड से दो और मणिपुर, मिजोरम और मेघालय से एक-एक सीट शामिल है।
मणिपुर में सत्तारूढ़ भाजपा गठबंधन के नौ विधायकों के इस्तीफे और कांग्रेस को समर्थन से वहां चुनाव रोचक हो गया है। भाजपा ने लीसेम्बा सानाजाओबा और कांग्रेस ने टी मंगी बाबू को मैदान में उतारा है। झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों के लिए झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन, कांग्रेस उम्मीदवार शहजादा अनवर और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश मुकाबले में हैं.
कर्नाटक में चार सीटों पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, बीजेपी उम्मीदवार इरन्ना कडाडी और अशोक गस्ती को पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है। अरूणाचल प्रदेश से भी राज्यसभा की इकलौती सीट से भाजपा उम्मीदवार नबाम रेबिया भी निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं।
गुजरात में मुकाबला रोचक रहेगा। सत्ता में काबिज भाजपा और कांग्रेस दोनों में किसी के पास भी अपने बूते अपने-अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है। राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा ने एक दूसरे पर विधायकों को प्रलोभन देने का आरोप लगाते हुए अपने-अपने विधायकों को अलग-अलग होटलों में रखा है।
आंध्र प्रदेश में चार सदस्यों का चुनाव होगा। राज्य विधानसभा में पर्याप्त संख्या रहने के कारण सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस के चारों सीटों पर जीत हासिल करने के आसार हैं। मध्य प्रदेश में तीन सीटों के लिए भाजपा और कांग्रेस ने दो-दो उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा ने दलबदलकर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी को जबकि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह और दलित नेता फूल सिंह बरैया को मैदान में उतारा है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि १९ जून की शाम को ही सभी सीटों के लिए पड़े वोटों की गणना होगी।