दिल्ली विधानसभा शुक्रवार को एक संकल्प (प्रस्ताव) पास करके पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी का ”भारत रत्न” वापस लेने की मांग की है। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के कुछ नेता पहले भी इस तरह की मांग करते रहे हैं। अभी तक कांग्रेस पार्टी की तरफ से इसे लेकर कोइ प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इस घटनाक्रम से आप और कांग्रेस के रिश्ते तल्ख़ हो सकते हैं। गौरतलब है कि हरियाणा के मंत्री और विवादित ब्यान देने वाले भाजपा नेता अनिल विज भी राजीव गांधी को दिया ”भारत रत्न” वापस लेने की मांग कर चुके हैं। यही नहीं उन्होंने तो देश में राजीव गांधी के नाम से चल रही तमाम योजनाओं से उनका (राजीव) नाम हटाने तक की मांग कर दी थी।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा में आप विधायकों की तरफ से एक प्रस्ताव लाया गया जिसमें दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी का ”भारत रत्न” अवार्ड वापस लेने का प्रस्ताव था। विधानसभा में जबरदस्त बहुमत के चलते यह प्रस्ताव बहुमत से पास कर दिया गया। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एचएस फुल्का पहले भी ऐसी मांग कर चुके हैं।
तहलका की जानकारी के मुताबिक दिवंगत नेता राजीव गांधी से देश का सबसे बड़ा सम्मान ”भारत रत्न” वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार एक प्रस्ताव पास किया गया है। इसमें कहा गया है कि राजीव गांधी से भारत रत्न का सम्मान वापस ले लेना चाहिए।
गौरतलब है कि राजीव गांधी की १९९१ में शतमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में श्रीलंका के आतंकी संगठन एलटीटीई ने हत्या कर दी थी। उस समय राजीव गांधी कांग्रेस के चुनाव प्रचार के लिए वहां गए थे।