राजस्थान में गुर्जर आंदोलन शुरू

रेल ट्रैक पर धरना शुरू, कर रहे हैं ५ फीसद आरक्षण की मांग

कांग्रेस के चुनाव से पहले गुर्जर आरक्षण के भरोसे के पूरा न होने से खफा गुर्जर समाज ने राजस्थान में आंदोलन शुरू कर दिया है। गुर्जर समाज का कहना है कि उसे भरोसा था कि गहलोत सरकार की तरफ से वार्ता का प्रस्ताव जल्दी आ जाएगा लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है। खफा गुर्जर समाज के लोग शुक्रवार शाम से रेल ट्रैक पर धरने पर बैठ गए हैं।

गुर्जर राज्य सरकार से पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहा है। शुक्रवार को  इसे लेकर गुर्जर समाज ने अजमेर में महापंचायत की जिसके बाद आंदोलन का ऐलान किया गया। गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला आंदोलित गुर्जर समाज का नेतृत्व कर रहे हैं।

गुर्जर सवाई माधोपुर के मलारना रेलवे स्टेशन पर पटरी पर बैठ गए हैं। गौरतलब है कि गुर्जरों ने सरकार को २० दिन का अल्टीमेटम दिया था लेकिन सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं होने के बाद गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने शाम ४ बजे आंदोलन का ऐलान कर दिया।

उधर गुर्जर महापंचायत के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आंदोलित गुर्जर आंदोलनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।  उन्होंने कहा – ”कांग्रेस ने पहले भी उनकी बात सुनी थी और अब भी सुनेगी।  सरकार समाधान के लिए बेहद गंभीर है और राज्य सरकार के स्तर पर गंभीर प्रयास किया गया है।”

उधर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केंद्र सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। पायलट खुद गुर्जर समाज से ताल्लुक रखते हैं। पायलट ने कहा – ”केंद्र सरकार को गुर्जर आरक्षण के मामले में आई कानूनी अड़चनों को दूर करने के लिए काम करना चाहिए। राज्य सरकार और कांग्रेस गुर्जर आरक्षण के मुद्दे पर प्रतिबद्ध है और न्याय दिलाकर ही रहेगी।”

इस बीच आंदोलनकारी गुर्जरों के नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा – ”हमें पांच प्रतिशत आरक्षण चाहिए। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में इस बारे में वादा किया था और अब हम कांग्रेस सरकार से सरकारी दस्तावेज बन चुके घोषणा पत्र के वादे को पूरा करने की मांग कर रहे हैं। आंदोलन के तहत राजमार्गों और सड़कों को अवरूद्व किया जाएगा।”