राजस्थान के बारां जिले के छबड़ा में दो युवकों को कथित तौर पर छुरा घोंपे जाने के बाद रविवार को सांप्रदायिक दंगे भड़क गए। दंगाइयों की हिंसक भीड़ ने दर्जनों वाहन और दुकानों में आग लगा दी। बाद में प्रशासन हरकत में आया और शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया साथ ही मंगलवार तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
पुलिस ने हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन दोनों समुदायों के लोग हाथों में डंडे, लोहे की छड़ें एवं हथियार लेकर देर शाम तक उपद्रव करते रहे। उन्होंने एक दमकल गाड़ी में भी आग लगा दी और पुलिस एवं सरकारी वाहनों समेत सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
बारां के पुलिस अधीक्षक विनीत बंसल ने मैया को बताया, हालाततनावपूर्ण है। भीड़ की हिंसा जारी है और हम स्थिति नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं। वैसे हिंसा में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है।
अधिकारियों ने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षाबलों को बुलाया गया है तथा कोटा रेंज के डीआईजी रवि गौड़ समेत वरिष्ठ अधिकारी हिंसा प्रभावित क्षेत्र में हैं। सूत्रों के अनुसार शनिवार शाम को धरनावाड़ा सर्किल में एक समुदाय के दो लोगों पर अन्य समुदाय के चार पांच युवकों ने हमला कर दिया था। इसमें दिनों युवक घायल हो गए थे।
इसके बाद उनके परिवारों समुदाय के लोगों ने पांच आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए शनिवार रात को धरनावाड़ा सर्किल पर धरना दिया। सूत्रों के अनुसार रविवार सुबह फिर प्रदर्शनकारी प्रदर्शन करने लगे और उन्होंने दुकानें बंद करने की मांग की। जब प्रदर्शनकारियों ने अलीगंज और एजाज नगर से गुजरते हुए व्यापारियों से दुकानें बंद करने को कहा तब हिंसा फैल गयी और वह अन्य क्षेत्रों तक जा पहुंची।
उपद्रवियों धरनावाड़ा सर्किल, स्टेशन रोड, एजाज नगर और अलीगंज क्षेत्रों में करीब 10-12 दुकानें जला दी गईं। इतना ही नहीं, दंगाइयों ने निजी यात्री बस, कारों एवं अन्य वाहनों के साथ-साथ एक दमकलगाड़ी भी आग के हवाले कर दी। गयी। जिलाधिकारी ने छबड़ा में रविवार को शाम चार बजे से कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया।