राजस्थान कांग्रेस संकट के बीच सोनिया ने तीन नेता जयपुर भेजे, राहुल का भी सचिन को भरोसा  

राजस्थान में संकट को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वरिष्ठ नेताओं रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन और अविनाश पांडे (प्रभारी राजस्थान) को जयपुर जाने को कहा है। वहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पॉयलट के बीच चल रही लड़ाई के गंभीर रुख ले लेने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने यह फैसला किया है। राहुल गांधी ने भी सचिन पायलट को कहा है कि उनकी सारी बातें सुनी जाएंगी।

गहलोत ने आज रात ९ बजे पार्टी विधायकों की बैठक बुला रखी है। प्रभारी अविनाश पांडे पहले से जयपुर में हैं जबकि सुरजेवाला और माकन के देर रात जयपुर पहुँचाने की संभावना है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सचिन पायलट से कहा है कि उनकी सारी बातें सुनी जाएंगी और सभी मतभेद को ख़त्म किया जाएगा। ”तहलका” की जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी इस घटनाक्रम से बहुत आहत हैं, और वे किसी भी सूरत में सचिन को कांग्रेस से नहीं जाने देना चाहते हैं।

गहलोत आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा की सरकार गिराने की कोशिश में है। सारे फसाद की शुरुआत तब हुई जब उपमुख्यमंत्री सचिन पॉयलट को पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक के कार्यालय (एटीएस और एसओजी) से एक पत्र मिला है जिसमें एक प्रकरण में ब्यान दर्ज कराने के लिए समय, तारीख और जगह बताने के लिए कहा गया है। माना जाता है कि पायलट इसे अपना अपमान मान रहे हैं और इससे बहुत नाराज हैं।

वैसे सचिन पायलट के अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी एसओजी का नोटिस दिया गया है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के १० विधायक मानेसर चले गए हैं। यह पायलट खेमे के हैं और उनके फोन भी बंद हैं।

मध्य प्रदेश से सबक लेते हुए राजस्थान के वर्तमान संकट को हल करने की कांग्रेस में गंभीर कोशिश शुरू हो गयी है। राजनीतिक उठापटक के बीच कांग्रेस से नाराज चल रहे राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक २२ विधायक शनिवार को तावडू स्थित आईटीसी ग्रैंड होटल में पहुंचे थे। देर शाम सचिन पायलट दिल्ली चले गए। पॉयलट और गहलोत  जिन अन्य विधायकों को एसओजी का पत्र मिला है वह विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले से जुड़ा है। इसी के बाद राजनीति ज्यादा गरमाई है। सीएम गहलोत ने आज रात पार्टी के विधायकों और मंत्रियों की बैठक के अलावा सोमवार सुबह १०.३० बजे विधायक दल की बैठक भी बुलाई है।

गहलोत ने पूछताछ के लिए इस बुलावे के मामले में साफ़ किया है कि ”कांग्रेस विधायक दल ने एसओजी से भाजपा नेताओं के खरीद-फरोख्त की जो शिकायत की थी, उस संदर्भ में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, चीफ व्हिप और अन्य कुछ मंत्रियों और  विधायकों को सामान्य बयान देने के लिए नोटिस आए हैं। मीडिया में कुछ जगह इसे अलग ढंग से प्रस्तुत करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि सचिन से उनका पूरा स्नेह है।”

इस बीच कांग्रेस महासचिव और राजस्थान में पार्टी प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि पार्टी के सभी विधायक उनके संपर्क में हैं। ”सरकार सही स्थिति में है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी। सचिन पायलट से संपर्क की कोशिश की जा रही है। भाजपा  सरकार गिराने की कोशिश कर रही है लेकिन सफल नहीं होगी”।

पांडे की दिल्ली गए कई विधायकों से भी बातचीत हुई जिसके बाद कई विधायक जयपुर वापस लौट गए हैं। पांडे ने कहा कि ”एसओजी के नोटिस पर सभी को जांच में सहयोग करना चाहिए। इसमें क्या नुकसान है”। एसओजी ने सरकार को अस्थिर करने के प्रयास के मामले में दो मोबाइल नंबरों पर हुई बातचीत के तथ्यों के आधार पर स्वत: संज्ञान (सू-मोटो) लेते हुए शुक्रवार को एक प्राथमिकी दर्ज की थी।

 उधर घटनाक्रम से चिंतित वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने साफ तौर पर सार्वजनिक रूप से माना कि वह राजस्थान के हालात को लेकर कांग्रेस के लिए चिंतित हैं। उन्होंने ट्वीट किया – ”पार्टी के लिए चिंतित हूं। क्या हम तब जागेंगे जब सबकुछ हमारे हाथ से निकल चुका होगा?”

कुलमिलाकर आज रात की बैठक तो अहम है ही, दिल्ली से आ रहे नेताओं की भूमिका भी इस मामले को ख़त्म करने की होगी। कहा जा रहा है कि राहुल गांधी किसी भी सूरत में मामला यहीं ख़त्म करना करना चाहते हैं।