दिल्ली –एनसीआर में तो आलम ये है कि हर रोज डेंगू के बढ़ते मामलों के चलते सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों
का तांता लगा है। चिकित्सकों का मानना है कि कोरोना के साथ डेंगू के मामलों में जरा सी लापरवाही घातक हो सकती है। स्टार इमेंजिंग पैथ लैब के डायरेक्टर डाँ समीर भाटी का कहना है कि कोरोना के मामले जरूर कम हुये है। लेकिन कोरोना अभी गया नहीं है। ऐसे में सावधानी के तौर पर हमें बुखार को नजरअंदाज नहीं करना चाहिये।
अपने घरों के आस-पास पानी को जमा नहीं होने देना चाहिये। आई एम ए के पूर्व संयुक्त सचिव डाँ अनिल बंसल ने कहा ने कहा कि हर साल अक्टूबर नवम्बर के महीने में डेंगू के मामले लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत डाल रहा है। उन्होंने बताया कि डेंगू ऐडिस मच्छर के काटने से होता है। डेंगू होने पर प्लेटलेट्स कम होने से रोगी की जान को खतरा हो सकता है। इसलिय डेंगू को लेकर लापरवाही ना बरतें बल्कि समय पर जांच करवायें।डाँ अनिल बंसल का कहना है कि अगर डेंगू के
मामलों को लेकर जल्दी काबू नहीं पाया गया तो ये डेंगू का कहर भी घातक हो सकता है।