अप्रतिम शौर्य दिखने वाले जम्मू कश्मीर के भारतीय सेना में राइफलमैन औरंगज़ेब जिन्हें आतंकवादियों ने अगवा कर यातनाएं देने के बाद शहीद कर दिया था, को भारत सरकार ने शौर्य चक्र देने का फैसला किया है। देश के लिए शौर्य दिखाने के लिए ही सरकार ने मेजर आदित्य कुमार को भी शौर्य चक्र का फैसला किया है।
गौरतलब है कि मेजर आदित्य ने इसी साल 27 जनवरी को जम्मू कश्मीर के शोपियां इलाके में पत्थरबाजों को रोकने के लिए गोलियां चलाने का आदेश दिया था जिसमें तीन युवकों की मौत हो गई थी। इसके बाद उनके खिलाफ जम्मू कश्मीर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया था। राज्य की तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इसकी जांच कराने के आदेश दिए थे।
जहाँ तक राइफलमैन औरंगज़ेब की बात है उन्हें जून १४ को आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था। औरंगजेब की आतंकवादियों ने पुलवामा से उस समय अगवा कर लिया था जब वह ईद की छुट्टी मनाने के लिए अपने घर जा रहा था। उसका अपहरण कर आतकवादी उसे अज्ञात स्थान पर ले गए थे। बाद में उसका गोलियों से छलनी शव मिला था।
वे 44 राष्ट्रीय राइफल के साथ शोपियां के शादीमर्ग में तैनात थे। राजौरी जिले के मेंढर निवासी औरंगजेब ईद मनाने के लिए सुबह 9 बजे घर के लिए निकले थे। आतंकवादियों ने एक वीडियो भी जारी किया था जिससे जाहिर होता है की बहादुर औरंगज़ेब को टार्चर किया गया था। हालांकि वीडियो में बातचीत से साफ़ जाहिर होता था कि आतंकवादियों की गोलियों के सामने भी वह निडरता से उनके जवाब दे रहा था। अब भारत सरकार इस वीर सैनिक को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजेगी। वे मेजर शुक्ला के साथ तैनात थे। मेजर शुक्ला ने मई में आतंकी समीर टाइगर को मुठभेड़ में मार गिराया था।
सरकार ने मेजर आदित्य कुमार को भी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित करने का फैसला किया है। मेजर आदित्य कुमार गढ़वाल राइफल्स के मेजर आदित्य जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं। उन्होंने आतंकियों के खात्मे के लिए कई सफल ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई। 27 जनवरी को सेना का काफिला सर्च ऑपरेशन से लौट रहा था। इसी दौरान शोपियां में प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। आदित्य ने पत्थरबाजों को रोकने के लिए गोलियां चलाने का आदेश दिया था जिसमें तीन युवकों की मौत हो गई थी। इसके बाद उनके खिलाफ जम्मू कश्मीर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। सरकार ने सेना में उनकी सेवा को देखते हुए उन्हें सम्मानित करने का फैसला किया है।
गृह मंत्रालय ने मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस से पहले वीरता पुरस्कारों का ऐलान किया। इस साल कुल 942 पुलिस मेडल दिए जाएंगे। केंद्रीय अर्धसैनिक बल (सीआरपीएफ) के पांच जवानों को भी शौर्य चक्र मिलेगा। कश्मीर में शहीद सीआरपीएफ के दो जवानों- कॉन्स्टेबल शरीफुद्दीन और हेड कॉन्स्टेबल मो. तफैल को वीरता के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार (पीपीएमजी) मिलेगा। सीआरपीएफ के 89 जवानों को पुलिस पदक (पीएमजी) देने का ऐलान किया गया। वीरता के लिए 177 पुलिस पदक (पीएमजी) दिए जाएंगे। इनमें 37 मेडल के साथ जम्मू-कश्मीर सबसे आगे है।