पश्चिम बंगाल में उच्च न्यायालय की खंड पीठ ने निचली अदालत के फैसले पर रोक लगा दी है जिसमें भाजपा की रथ यात्रा पर रोक लगाई गयी थी। गौरतलब है कि सिंगल बेंच ने रथ यात्रा पर रोक लगाने का फैसला दिया था जिसे डिवीजन बेंच ने खारिज कर दिया है।
डिवीजन बेंच ने आदेश दिया है कि तीन बड़े भाजपा नेता प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव, डीजीपी और वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ १२ नवम्बर को बैठक करें और १४ नवम्बर को इसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करें। इस बैठक में रथ यात्रा को लेकर चर्चा होगी।
इस बीच रथ यात्रा रुकने से खफा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला किया। शाह ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में रथ यात्रा के लिए राज्य सरकार ने मंजूरी नहीं दी। पश्चिम बंगाल सरकार ने कोर्ट में दलील दी थी कि भाजपा की रथ यात्रा की वजह से राज्य में शांति व्यवस्था बिगड़ सकती है जिसके बाद भाजपा ने हाई कोर्ट के सिंगल बेंच के फैसले को डिवीजन बेंच के सामने चुनौती दी थी।
शाह ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकतंत्र की गला घोटने का काम कर रही है जबकि भाजपा ने इसे ”गणतंत्र बचाओ यात्रा” नाम दिया है। शाह ने लेकिन कहा कि ममता को जो करना है करे, रथ यात्रा तो निकल कर ही रहेगी।
गौरतलब है कि भाजपा ने तीन रथ यात्रा निकालने की योजना बनाई है जिसमें एक कूचबिहार में जबकि ९ दिसंबर को गंगासागर में और १४ दिसंबर को तारापीथ में रथ यात्रा निकलाने की योजना बनाई गई थी। शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में भाजपा दूसरे स्थान पर रही। इसी वजह से ममता बनर्जी डरी हुई हैं। इसलिए रथयात्रा की अनुमति नहीं दे रही हैं। ”कूचबिहार यात्रा रद नहीं स्थगित हुई है। मैं खुद यात्रा के लिए शनिवार को बंगाल जाऊंगा। भाजपा के कार्यकर्ता ममता बनर्जी के दमन से डरते नहीं हैं। बंगाल के अंदर अच्छा शासन लाने के लिए हम कटिबद्ध हैं।”