बिहार चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक उठा पटक शुरू हो गयी है। वरिष्ठ आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरूवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। रघुवंश पूर्व एमपी रामा सिंह को आरजेडी में शामिल किए जाने की चर्चा के बाद से उखड़े हुए थे और पार्टी से खफा थे। रघुवंश आजकल एम्स में दाखिल हैं और उन्होंने हाथ से लिखा इस्तीफा पार्टी को भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक राजद के बड़ा चेहरा कहलाये जाने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरूवार को इस्तीफा दे दिया है। वह पार्टी के उपाध्यक्ष थे। कहा जाता है कि आरजेडी ने अपने इस पुराने नेता को मनाने की कोशिश की थी, लेकिन वह सिरे नहीं चढ़ी। खुद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी रघुवंश से मिले थे।
रघुवंश को लालू यादव के सबसे करीबी नेताओं में गिना जाता था और वे आरजेडी में दूसरे नंबर के नेता माने जाते थे। माना जाता है कि पूर्व एमपी रामा सिंह को आरजेडी में लेने की चर्चा से वे खफा थे। दोनों नेता वैशाली जिले से हैं और उनकी पुरानी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में रामा सिंह ने एलजेपी के टिकट पर चुनाव में रघुवंश को हराया था। हालांकि, 2019 के चुनाव में पार्टी ने रामा सिंह की जगह वीणा देवी की टिकट दे दिया, जिससे वे खफा थे और उनकी आरजेडी नेता तेजस्वी से भेंट हुई थी।
वैसे रामा सिंह के मामले से नाराज रघुवंश प्रसाद ने 23 जून को ही आरजेडी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, लालू प्रसाद यादव ने मामले में दखल दिया था, जिससे तेजस्वी ने रामा सिंह को आरजेडी में लेने का अपना फैसला फिलहाल टाल रखा है।