महिला पहलवानों के शोषण के खिलाफ शीर्ष पहलवानों का दिल्ली में चल रहा धरना देश भर में चर्चा के केंद्र में है। पहलवानों ने सरकार के साथ बैठक के बाद साफ़ कर दिया है कि जब तक भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का इस्तीफा नहीं होता धरना ख़त्म नहीं होगा।
इस बीच धरने पर बैठे पहलवानों को देश भर से समर्थन मिल रहा है। भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने भी कहा है कि वह देश के चोटी के पहलवानों के महासंघ अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों से बेहद चिंतित और परेशान हैं। उधर बृजभूषण आज प्रेस कांफ्रेंस करके आज आरोपों पर सफाई देंगे।
उधर सरकार के साथ आंदोलन कर रहे पहलवानों की बैठक गुरुवार रात करीब 4 घंटे तक चली। बैठक में अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन पहलवान बृजभूषण के इस्तीफे पर अड़े रहे। इस कारण बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका और पहलवान मीडिया से बात किए बिना चले गए। आज एक बार फिर खेल मंत्री और पहलवानों के बीच बात हो सकती है।
इस बीच भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा पूरे घटनाक्रम और आरोपों पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि देश की सर्वोच्च खेल संस्था महिला खिलाड़ियों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह आज इस मामले में दोपहर 12 बजे गोंडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। धरने पर बैठे विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित देश के कुछ शीर्ष पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कोचों पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। वर्ल्ड चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलिंपियन विनेश ने दावा किया कि कई कोच ने भी महिला पहलवानों का शोषण किया है।
इन पहलवानों का आरोप है कि मामले में उन्हें अब तक संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। केवल आश्वासन मिले हैं। कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने साफ़ किया है कि वे इस मामले को तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक कि संघ के प्रमुख को हटा नहीं दिया जाता है और वो जेल नहीं जाते हैं। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो वे पुलिस के पास जाएंगे। याद रहे खेल मंत्रालय ने तीन दिन पहले बृजभूषण शरण को जवाब देने के लिए 72 घंटे का समय दिया था।