लॉक डाउन की घोषणा के बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्थान के कोटा को करीब २६५ से ज्यादा बसें भेजकर वहां फंसे (रुके) प्रदेश के छात्रों को वापस घर लाने की मुहिम चलाई लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री और भाजपा के सहयोगी नीतीश कुमार इससे नाराज हो गए हैं। नीतीश ने इसे पीएम मोदी के घोषित लॉकडाउन के खिलाफ बताया है।
यूपी सरकार ने शुक्रवार को छात्रों को लाने के लिए यह बसें भेजी थीं। कोटा, जो कि एजुकेशन सिटी के नाम से जाना जाता है में ३०,००० से ज्यादा छात्र कोचिंग और शिक्षा ग्रहण करते हैं। यह छात्र घर जाना चाहते थे, जिसके बाद यूपी सरकार ने वहां यह बसें भेज दीं। नमन करीब ८००० छात्रों को वापस लाने की कोशिश की जा रही है।
यह छात्र कोटा में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और कुछ समय से सोशल मीडिया के जरिये उन्हें कोटा से घर ले जाने की गुहार लगा रहे थे। लॉकडाउन के बाद से वहां तमाम कोचिंग सेंटर बंद हो चुके हैं लिहाजा यह छात्र वहां रुके हुए हैं।
लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यूपी सरकार के कोटा में फंसे प्रदेश के छात्रों को लाने के लिए बसें भेजे जाने से नाराज हो गए हैं। नीतीश ने कहा कि यह लॉकडाउन के खिलाफ है और इससे ऐसा करने का दूसरे राज्यों पर भी दबाव बनेगा।
नीतीश ने कहा है कि योगी सरकार के इस क़दम से लॉकडाउन का मतलब ही ख़त्म हो जाता है। इस बीच बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इस बारे में राजस्थान सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि उसे छात्रों को वापस लाने के लिए दी गई अनुमति को वापस ले लेना चाहिए।