बसपा के 9 बागी विधायक, जिन्हें मायावती ने पार्टी से बाहर किया हुआ है, सपा के अखिलेश यादव की पार्टी में शामिल होने की तैयारी में हैं। बसपा के बागी विधायक असलम राइनी के नेतृत्व में यह विधायक मंगलवार (आज) समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव के दफ्तर उनसे मिले हैं। इसके बाद राजधानी लखनऊ में चर्चा है कि यह सपा में शामिल हो सकते हैं।
मायावती ने कड़ी कार्रवाई करते हुए विधान परिषद के चुनाव में इन विधायकों के पार्टी लाइन से बाहर जाकर वोट करने के बाद उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब चर्चा है कि सभी 9 बागी बसपा विधायक समाजवादी पार्टी में जाने वाले हैं। कहा जाता है कि सभी 9 विधायक अगले साल विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट की गारंटी चाहते हैं। अभी तक सपा ने इन विधायकों को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
बसपा के बड़े नेता लालजी वर्मा और राम अचल राजभर को मायावती ने पार्टी से कुछ समय पहले निष्कासित किया था। एक तरह से मायावती अपने सभी कद्दावर नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है। अभी तक मायावती 11 विधायकों को पार्टी से बाहर कर चुकी हैं जबकि उसके 18 विधायक थे। एक तरह से मायावती और बसपा यूपी की राजनीति में अप्रासंगिक दिखने लगे हैं। पार्टी की गतिविधियां भी न के बराबर हैं।
याद रहे 2017 में बसपा के 19 विधायक जीते थे जिसमें अनिल सिंह और रामवीर उपाध्याय को पार्टी ने निलंबित कर दिया। मुख्तार अंसारी जेल में हैं और रितेश पाण्डेय सांसद बन चुके हैं।
देखा जाए तो यूपी में भाजपा के बाद कोई पार्टी यदि मैदान में सबसे सक्रिय है तो वह कांग्रेस है। अखिलेश यादव भी सक्रिय हो चुके हैं। पिछले लगभग एक साल में प्रियंका गांधी जनता से जुड़े मुद्दे उठाने के मामले में अखिलेश यादव और मायावती के मुकाबले कहीं ज्यादा सक्रिय हैं। हाल के स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा को तगड़ा झटका लगने के बाद पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व ख़ासा सक्रिय हुआ है। योगी नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा जैसे बड़े नेताओं से कुछ रोज दिल्ली में मिल चुके हैं।