लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गुरूवार देर शाम १५ उम्मीदवारों की घोषणा की जिनमें ११ यूपी के लिए हैं। कांग्रेस के इस पहल के बाद सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन के बीच बेचैनी है। हालाँकि, सपा ने भी अपने उम्मीदवार कुछ सीटों के लिए घोषित करने की तैयारी कर ली है।
इसके अलावा कांग्रेस ने गुजरात के लिए भी चार उम्मीदवारों राजू परमार (अहमदाबाद वेस्ट), प्रशांत पटेल (वड़ोदरा) भारत सिंह एम सोलंकी (आणंद) और रणजीत मोहनसिंह राठवा ((छोटा उदयपुर -एसटी) शामिल हैं।
कांग्रेस ने यूपी के लिए जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं, उनमें रायबरेली और अमेठी शामिल हैं। हालांकि, इन दो सीटों को छोड़ दें तो अन्य को लेकर सपा-बसपा परेशानी महसूस कर सकते हैं। इन ११ में पांच लोकसभा सीटें वो हैं, जो गठबंधन के बाद बीएसपी के खाते में हैं जबकि चार सीटें ऐसी सपा को लड़ने के मिली हैं। घोषित उम्मीदवारों में कांग्रेस के तमाम बड़े नेता हैं।
अब कांग्रेस यदि सपा-बसपा गठबंधन में शामिल होती भी है तो नुकसान बसपा को ज्यादा झेलना पडेगा। एसपी के लिए बदायूं की सीट बहुत अहम है क्योंकि वहां अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव सांसद हैं। कहा जा रहा है कि एसपी-बीएसपी के बीच २०१४ के चुनाव नतीजों की बजाए २००९ के लोकसभा चुनाव के नतीजों के आधार पर टिकट का बंटवारा हुआ है। अब कांग्रेस ने भी लगभग इसी आधार पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है।
कांग्रेस की तरफ से घोषित ११ में कुल आठ सीटें ऐसी हैं, जिनपर २००९ में कांग्रेस उम्मीदवार जीते थे। साल २००९ और २०१४ में कांग्रेस उम्मीदवार सहारनपुर में चुनाव नहीं जीत सके थे। इसके बावजूद इमरान मसूद सहारनपुर सीट से एसपी-बीएसपी को मुश्किल में डाल सकते हैं।
ग्यारह सीटों पर कांग्रेस ने जिस हिसाब से अपने बड़े नेताओं को उतारा है, उससे तो यही लग रहा है कि वह गठबंधन के लिए ज्यादा चिंतित नहीं और अपने बूते जाने को भी तैयार है। राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि पार्टी ”फ्रंट फुट” पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस ने जिन ११ उम्मीदवारों का ऐलान किया है उनमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, निर्मल खत्री और जितिन प्रसाद जैसे दिग्गज नेता शामिल है। लिहाजा पार्टी ने इन प्रदेश में अपने मजबूत इरादे साफ कर दिए हैं कि वह इस बार अन्य क्षेत्रीय दलों की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। कांग्रेस ने फैजाबाद, कुशीनगर, उन्नाव, अकबरपुर, बदायूं की सीटों पर उम्मीदवारों के नाम ऐलान करके साफ कर दिया है कि वह न सिर्फ भाजपा बल्कि सपा के साथ भी लोहा लेने के लिए तैयार है।