यूपी हत्या, डकैती और फिरौती जैसी वारदात का गढ़ बनता जा रहा है। कोई भी शख्स सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। कोरोना संकट के बीच बदमाशों के हौसले और बढ़ गए हैं। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार तक सुरक्षित नहीं हैं। ताजा मामला बलिया का है, जहां पर सहारा समय न्यूज चैनल के पत्रकार रतन सिंह (42) की सोमवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई।
वारदात के पीछे जमीन की रंजिश बताई जा रही है। रंजिश के चलते ही दो साल पहले पत्रकार के भाई की भी हत्या हो चुकी है। फेफना थाना क्षेत्र के गांव फेफना में रतन सिंह का पुराना मकान है, जिसको लेकर पट्टीदारों से विवाद है। सोमवार देर शाम रतन सिंह अपने पुराने मकान पहुंचे थे, जहां बदमाशों ने दौड़ा लिया। वहां से वह भागते-भागते ग्राम प्रधान सीमा सिंह के घर में घुसे, जहां पर बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या होने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस सक्रिय हुई और आला अफसर समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंचा। पत्रकार की पहले ही मौत हो चुकी थी। आनन-फानन में मामला दर्ज किया गया। हत्या के मामले में देर रात ही पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही योगी सरकार ने फेफना थानाध्यक्ष शशिमौलि पांडेय को निलंबित कर दिया है।