उत्तर प्रदेश की प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का कोरोना संक्रमण से रविवार को निधन हो गया। कोरोना पॉजिटिव कमल रानी का लखनऊ के पीजीआई में इलाज चल रहा था।
यूपी में कोरोना का कहर दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। कैबिनेट मंत्री कमल रानी को दो दिन से बुखार आ रहा था। उन्होंने सिविल अस्पताल में ट्रूनेट मशीन से जांच कराई, जिसके बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बाद में उनकी जांच कराई गई तो वह कोरोना पॉजिटिव निकलीं।
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने उन्हें पीजीआई में भर्ती कराया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ के चलते आईसीयू में रखा गया था। शनिवार रात को उनकी तबीयत और बिगड़ गई। रविवार सुबह अचानक तबीयत ज़्यादा खराब हो गई, जिससे उनकी मौत हो गई।
इससे पहले योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह के साथ ही चेतन चौहान, आयुष मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री उपेंद्र तिवारी तथा रघुराज सिंह कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। लखनऊ में सबसे ज़्यादा और तेजी से मामले बढ़े हैं। हालांकि मंत्री राजेंद्र प्रताप अब स्वस्थ हो चुके हैं।
शनिवार को उत्तर प्रदेश में 3840 कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं। और 47 लोगों की मौत हुई। सबसे ज़्यादा मौतें लखनऊ में 6 दर्ज की गईं। इसके अलावा सबसे ज्यादा मामले भी राजधनी लखनऊ में ही 363 सामने आए। । उसके बाद कानपुर नगर 317 , नोएडा 129 , गाज़ियाबाद 169 , वाराणसी 229 , प्रयागराज 231 , बरेली 110 व गोरखपुर 112 दर्ज किए गए।