छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहली बार प्रचार में उतरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि पिछली यूपीए सरकार ने सूबे में रमन सिंह सरकार को काम नहीं करने दिया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ का कोना-कोना विकास का पर्याय बना हुआ है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बस्तर इलाके में अपनी चुनावी जनसभा में मोदी ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा दिया लेकिन कांग्रेस ने अपनी सरकार रहते इसे उपेक्षित रखा। ”रमन सिंह सरकार ने गांवों को सड़कों से जोड़ा और सात नई रेल लाइनों को मंजूरी दी गई। करीब १५ हजार किलोमीटर की रेललाइन को चौड़ा करने का काम केंद्र सरकार ने किया है। छत्तीसगढ़ का कोना-कोना विकास का पर्याय बना हुआ है”।
मोदी ने अपने भाषण में ”शहरी माओवाद” का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा – ”शहरी माओवादी एसी में रहते हैं, बड़ी कारों में घूमते हैं और उनके बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं लेकिन वे रिमोट कंट्रोल के माध्यम से यहां हमारे गरीब आदिवासी युवाओं के जीवन को बर्बाद कर देते हैं। कांग्रेस इन शहरी माओवादियों का समर्थन क्यों कर रही है?” उन्होंने कहा कि ”जमीन से कटे और चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए नेता आदिवासियों की समस्याओं को समझ नहीं पाए।”
पीएम ने कहा कि ”मेरे पहाड़ की यह बर्बादी हम नहीं होने देंगे। आज रमन सरकार में जहां देखिए, वहीं पर विकास हो रहा है, यह सब संभव हुआ है इच्छाशक्ति से”। मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सिर्फ कमल ही खिलना चाहिए। ”मुझे वाजपेयीजी के सपनों को पूरा करना है, इसलिए बार-बार बस्तर आया हूं। आज भी इसीलिए बस्तर आया हूं। हमें मिलकर बस्तर का भाग्य बदलना है”।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर पिछले दिनों में नक्सली हमलों का जिक्र भी किया और कहा कि डीडी के कैमरामैन की नक्सली हमले में मौत हो गयी। हमारे जवानों को शहीद किया गया। ”लेकिन कांग्रेस के लोग नक्सलियों को भटके हुए क्रांतिकारी बता रहे हैं”।