युद्धग्रस्त यूक्रेन में बड़े स्तर पर भारतीयों के फंसने के बाद देश में उभरी नाराजगी के बीच सक्रिय हुई केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट के लिए दो उड़ानें भेजे जाने की तैयारी है जबकि कल भी एक उड़ान हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट भेजी जा सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत में भारतीयों की सुरक्षा को मुद्दा उठाया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इन सभी उड़ानों का खर्चा सरकार उठाएगी। रूस की यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के दूसरे दिन सरकार ने यह कदम उठाया है। हमले के समय यूक्रेन में 15 भारतियों के होने की बात गयी है। इस दौरान यूक्रेन में फंसे बहुत से भारतीय छात्रों के वीडियो वायरल हुए हैं जिनमें सरकार पर लापरवाही करने जैसी बातें की गई हैं। छात्रों का कहना था कि उन्हें काफी दिक्कतें झेलनी पद रही हैं और वे मुश्किल झेल रहे हैं।
अब सरकार की पहल से इन छात्रों के परिजनों ने राहत की सांस ली है। सरकार के सामने बड़ी चुनौती यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने की है, जिसके लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत ने यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए हंगरी और पोलैंड की सीमाओं के जरिए सरकारी दल भेजे हैं।
भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को कहा – ‘सुरक्षित मार्गों की पहचान हमने कर ली है। सड़क मार्ग से, यदि आप कीव से जाते हैं, तो आप नौ घंटे में पोलैंड और करीब 12 घंटे में रोमानिया पहुंच जाएंगे। सड़क का नक्शा भी तैयार है।’ बता दें इस समय युद्ध के कारण यूक्रेन ने अपना एयरस्पेस वाणिज्यिक उड़ान के लिए बंद कर दिया है। रूस के हमले में कई हवाई अड्डों के तबाह होने की भी ख़बरें हैं।