कांग्रेस नेता राहुल गांधी ही नहीं ,भाजपा नेता और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम भी बयानों की उस सूची में है जो पाकिस्तान ने बतौर ”प्रूफ” संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को पत्र लिखकर भारत के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन की शिकायत के साथ भेजे हैं। राहुल का नाम आने पर भाजपा ने कांग्रेस पर जबरदस्त हमला किया था।
मामला जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद जम्मू कश्मीर में लगाई कुछ पाबंदियों से जुड़ा है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर भारत के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन की शिकायत की है। पत्र में पाकिस्तान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान का ही हवाला नहीं दिया है बल्कि आरएसएस की पृष्ठभूमि वाले हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के ब्यान भी नत्थी किये हैं। याद रहे खट्टर ने कश्मीर से बहुएं लाना वाला ब्यान दिया था जिसकी देश में भी जमकर फ़ज़ीहत हुई थी।
पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री शिरीन मिजारी ने सात पन्ने का जो पत्र यूएन को लिखा है उसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री के १० अगस्त के बयान का भी जिक्र किया गया है। याद रहे निंदा होने पर खट्टर ने बाद में अपने ब्यान को ”महज मजाक” करार दिया था।
उधर राहुल ने सूबे के बड़े नेताओं को जेल में ठूंसने पर केन्द्र सरकार से जम्मू कश्मीर की स्थिति पर जवाब मांगते हुए कहा था कि ”कुछ ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं कि जम्मू कश्मीर में गलत हो रहा है। भारत के प्रधानमंत्री और सरकार को केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में जो कुछ भी रहा है, उसको लेकर काफी पारदर्शी होना चाहिए।” पाकिस्तान ने यूएन को लिखे पत्र में राहुल के इस बयान का भी हवाला दिया है।
वैसे पिछले कल ही राहुल गांधी ने ट्वीट कर कांग्रेस के इस स्टैंड को दोहराया था कि ”कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में हिंसा के पीछे रहा है।” उन्होंने पार्टी का यह स्टैंड भी दोहराया था कि जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है।