कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए भारतीय रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। रेलवे बोर्ड की अहम बैठक में 31 मार्च तक ट्रेन सेवाएं नहीं चलाने का फैसला किया है। उपनगरीय सेवाएं भी नहीं चलेंगी।
रेलवे की ओर से बताया गया कि सभी लंबी दूरी की ट्रेनें, एक्सप्रेस और इंटरसिटी ट्रेन (प्रीमियम ट्रेन भी शामिल) का परिचालन 31 मार्च की रात 12 बजे तक पूरी तरह बंद रहेगा।
दरअसल, पिछले हफ्ते कुछ रेल यात्रियों में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ट्रेन में सफर करना भी खतरे से खली नहीं रह गया है। इसलिए रेलवे ने तत्काल कदम उठाए और यात्रियों को सफर से बचने की सलाह दी है। रेलवे ने लोगों से अपील की कि आप अपनी और अपने प्रियजनों-परिजनों की सुरक्षा के लिए सभी यात्राओं को टाल दें।
रेलवे मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया था, ‘रेलवे ने ट्रेन में यात्रा करने वाले कुछ यात्रियों कोरोना संक्रमित पाया है, जिसने ट्रेन में यात्रा करने को रिस्की बना दिया है। लिहाजा ट्रेन में यात्रा करने से बचें, क्योंकि अगर आपका सहयात्री कोरोना पॉजिटिव है, तो आप भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।’
दो टेस्ट में निगेटिव, तीसरे में पॉजिटिव
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह के आस एक गांव के ड्राइवर का दो बार कोरोना वायरस टेस्ट निगेटिव पाया गया था और अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। अब उसे तीसरे परीक्षण में पॉजिटिव पाया गया है। इससे पूरे गांव में दहशत है। इससे डॉक्टर और लोगों के बीच भी नई तरह की चिंता बढ़ा दी है।
कैब ड्राइवर मरीज के ससुर 27 फरवरी को ईरान से धार्मिक यात्रा करके लौटे थे, उन्हीं के संपर्क में आने के बाद कोरोना पॉजिटिव पाया गया। फिलहाल उसे अस्पताल में आइसोलेशन में भर्ती किया गया है। संपर्क में आने वालीं को भी क्वारन्टाइन में रखा गया है।
शाहीन बाग में भी जनता कर्फ्यू
दिल्ली के शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में पिछले तीन महीने से निरंतर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने भी रविवार को जनता कर्फ्यू का समर्थन किया है। उन्होंने फिलहाल 14 घण्टे के लिए प्रदर्शन स्थल खाली कर दिया है, लेकिन इसे लेकर पोस्टरों के माध्यम से उन्होंने अपनी बात रखी है।