महाराष्ट्र विकास अघाडी सरकार ने अपना एक साल पूरा कर लिया है आप इसे कैसे देखते हैं ?
सरकार का पहला साल ‘चुनौतियों भरा वर्ष’ था; क्योंकि सरकार के शपथ ग्रहण के सौ दिन बाद, विश्व के सबसे बडे़ संकट की चपेट में महाराष्ट्र भी आया। साल के लगभग आठ माह, राज्य कोरोना संकट से ग्रस्त रहा, जो अभी भी खत्म नहीं हुआ है। इस संकट के दौरान, महाराष्ट्र के ग्यारह करोड़ लोगों का विश्वास महाराष्ट्र सरकार के साथ रहा और आज राज्य इस संकट से उभर रहा है। इसलिए मैं सरकार की ओर से, महाराष्ट्र के लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं।
वैसे देखा जाए तो महाविकास अघाडी सरकार महाराष्ट्र में सबसे अद्भुत प्रयोगों में से एक है। ऐसा प्रयोग केवल महाराष्ट्र में 1977 में पुलोद (पुरोगामी लोकशाही दल)के समय हुआ था और उसके बाद 42 साल बाद 2019 में। 2019 के चुनावों में, महाराष्ट्र के लोगों का जनादेश का इशारा था कि राज्य के लोग बदलाव चाहते हैं। महाविकास अघाड़ी सरकार के अस्तित्व में आने के बाद, लोगों ने इस सरकार का गर्मजोशी से स्वागत किया। उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर बने।
कोरोना संकट महाराष्ट्र में नहीं पूरे देश और विश्व का रहा है, महाराष्ट्र की स्थिति…संतोषजनक है?
कोरोना काल में इस तरह के भयावह संकट के दौरान, हेल्थ मिनिस्टर राजेश टोपे ने राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली को बहुत सक्षम रूप से हैंडल किया। उनके साथ कैबिनेट के सभी मिनिस्टर थे, जिन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए कि उनके जिलों में स्थिति हाथ से बाहर न निकले। महाराष्ट्र प्रशासन की कड़ी मेहनत और नागरिकों के सहयोग के साथ, हम इस चुनौती से निबटने में काफी हद तक सफल रहे हैं। राज्य के लोगों ने भी स्टेट गवर्नमेंट के ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान का सहज समर्थन किया।
विपक्ष का सरकार पर आरोप है कि वह फेल हो रही है…
बेवजह आरोप लगाना उनका काम है …बावजूद इसके कि एक ओर गवर्नमेंट कोरोना से जूझ रही थी, सरकार ने अन्य मामलों पर भी अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। किसानों को ऋण माफी का वादा किया गया था और सभी किसानों की ऋण माफी राशि जो मानदंडों को पूरा करती है, उनके खाते में जमा की गई है। बेमौसमी बारिश से राज्य के कुछ हिस्सों में भारी नुकसान हुआ। राज्य के खास लीडरान ने उन इलाकों का दौरा किया और नुकसान का जायजा लिया। इस बात का ध्यान रखा कि मुआवजा जरूरतमंदों तक सही मायने में पहुंचे। सरकार की ओर से किसानों के लिए सहायता की घोषणा की गई। जब कोंकण तूफान की चपेट में आया, तो सरकार ने तूफान पीड़ितों की सहायता की घोषणा की और सुनिश्चित किया कि पीड़ित लाभान्वित हों।
महाराष्ट्र में निवेश बढ़ाने के लिए, महाराष्ट्र सरकार ने विभिन्न कंपनियों के साथ 35,000 करोड़ रुपये के एमओयू किए हैं। इससे महाराष्ट्र में भारी निवेश आएगा। इस सरकार ने आरे में मेट्रो कार शेड का निर्माण रोकने का फैसला किया क्योंकि सभी मुंबईकर आरे जंगल को बचाना चाहते थे। सरकार का पहला फर्ज लोगों की इच्छा का सम्मान करना है।
मेगा पुलिस की भर्ती के हालिया फैसले ने न केवल राज्य के पुलिस बल को सक्षम बनाया है, बल्कि बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान किया है। महाराष्ट्र में स्टुडेंट्स को नयी अपार्चुनिटीज प्रोवाइड करने के लिए गूगल क्लासरूम लॉन्च करने वाला महाराष्ट्र देश का पहला स्टेट भी बन गया है।
स्टेट गवर्नमेंट ने धारावी रिडेवलपमेंट के लिए नए सिरे से निविदाएं आमंत्रित की हैं और स्टेट हाउसिंग डिपार्टमेंट महानगरों को स्लम फ्री करने के लिए प्रतिबद्ध है।
आपके डिपार्टमेंट की क्या उपलब्धि रही है…
यह मेरी या मेरे डिपार्टमेंट की उपलब्धि नहीं बल्कि पूरे सरकार की उपलब्धि है यह बात अलग है कि इस बार महाराष्ट्र के वाटर रिसोर्सेज डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी मुझे दी गई। विशेष तौर पर हम राज्य में पानी की कमी वाले घाटियों के लिए पश्चिम की ओर बहने वाले पानी को बदलने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, उदाहरण के लिए, गिरणा, तापी और गोदावरी क्षेत्रों में। हमने गोदावरी घाटी में मराठवाड़ा के लिए अतिरिक्त पानी के मोड़ पर ध्यान केंद्रित किया है। मेरा मानना है कि वाटर रिसोर्सेज डिपार्टमेंट में जितनी अधिक आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा सकता है, उतना ही किया जाना चाहिए।
दावे किए जा रहे हैं कि यह सरकार 5 साल तक नहीं चल पाएगी… और सबसे बड़ा यह है कि अलायंस गवर्नमेंंट में आपस में बहुत सारेे मतभेद हैं… शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को कोई तवज्जो नहीं देती…
बीजेपी का हमेशा से दावा यही रहा है कि यह सरकार 1 दिन भी नहीं चलेगी जिस दिन से सरकार का गठन हुआ उसी दिन से लेकर आज तक। पहले उन्होंने कहा कि 3 महीने में सरकार गिर जाएगी… 6 महीने में गिर जाएगी एक दिन नहीं चलेगी और सरकार 1 साल पूरा कर चुकी है और बहुत बढ़िया ढंग से दूसरी बात है कि इनके इनके पास तो कोई अधिकार ही नहीं है कि वह इस तरह से कह कि हमारे पास हमारे बीच में मतभेद हैं । शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच में बहुत बढ़िया तालमेल चल रहा है सब एक दूसरे की इज्जत करते हैं एक दूसरे को लेकर चलते हैं। आप याद कीजिए जब बीजेपी शिवसेना साथ में थी तब बीजेपी ने शिवसेना की कितनी बेइज्जती की थी। अब उन्हें लगता है कि जैसा उन्होंने किया वैसा हमारे बीच हो रहा होगा शिवसेना कर रही होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है।यह सरकार शरद पवार और सोनिया गांधी के मार्गदर्शन में और सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में निश्चित रूप से पाँच साल पूरे करेगी।