नरेंद्र मोदी ने भाजपा और एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद कहा यह चुनाव प्रो-इंकम्बेंसी वेव की जीत है। मोदी ने कहा कि शायद भारत के लोकतांत्रिक जीवन में देश की जनता ने एक नए युग का आरंभ किया है और हम इसके साक्षी हैं। मोदी ने अगले पांच साल के लिए नारा दिया – एनएआरए यानी नैशनल एम्बीशन और नैशनल एस्पिरेशन और कहा हमें इसी पूर्ति करनी है।
मोदी ने कहा – ”आम तौर पर आचार्य विनोबा भावे इस पर बात करते थे कि चुनाव बांट देता है और दूरियां पैदा करता है, दीवार बनाता है, खाई बना देता है, लेकिन इस चुनाव ने दीवारों को तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा – २०१९ के चुनाव ने दिलों को जोड़ने का काम किया है। ये चुनाव सामाजिक एकता का आंदोलन बन गया। समता भी, ममता भी। समभाव भी, मम भाव भी। ये समता और ममता बढ़ाकर चुनाव को नई ऊंचाई मिली।”
उन्होंने कहा कि शायद भारत के लोकतांत्रिक जीवन में देश की जनता ने एक नए युग का आरंभ किया है और हम इसके साक्षी हैं। रचयिता हैं, इसका दावा नहीं करते। कहा – ”साक्षी भाव से इन चीजों को देखेंगे और समझेंगे तो जन सामान्य की आशा-अपेक्षाओं के अनुसार हम अपने जीवन को ढाल पाएंगे।” मोदी ने कहा कि इस चुनाव ने दीवारें तोड़ने और दिल जोड़ने का काम किया।
मोदी ने इस मौके पर सभी सांसदों को सचेत किया कि वे मीडिया से थोड़ा संभल कर मिलें। मोदी के मुताबिक छपास और दिखाव (अखबार और टीवी) का लालच कई बार भारी पड़ता है। ”आज पता नहीं किसी की जेब में कौन सा इंस्ट्रूमेंट है। पता नहीं आपकी कौन सी अनजाने में कही बात कोइ रेकार्ड कर ले और बात का बतंगड़ बन जाए।”
उनसे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा – ”मोदीजी ने २० साल में एक भी छुट्टी नहीं ली। एक भी दिन मैंने उनके जीवन में जरा सा भी आलस नहीं देखा। चौबीस घंटे में १८ घंटे काम करने वाले व्यक्ति हैं। हमने एक पारदर्शी नेता को चुनने का काम किया है। दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ और वोटबैंक की राजनीति से ऊपर उठकर फैसला लेने वाला देश ने चुना है।”
शाह ने कहा – ”मोदीजी ने कठोर से कठोर फैसले लिए, मगर ये फैसले लोगों को फायदा पहुंचाने वाले थे वोट बैंक को देखकर नहीं लिए गए थे। भारत माता को जो उचित सम्मान मिलना चाहिए वह हम मोदीजी के नेतृत्व में हासिल करेंगे। गांधीजी की ७५वीं जयंती पर हम ७५ संकल्प रखेंगे। ये संकल्प हमारा मिशन बने और मोदीजी के नेतृत्व में हम इन्हें इसी समयसीमा में पूरा करेें।”
सम्भावना है कि बैठक के बाद मोदी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। एनडीए के इस बार ३५२ सांसद हैं, जिसमें से ३०३ अकेले भाजपा के हैं। मोदी की २८ मई को वाराणसी जाने की सम्भावना है और ३० मई को नए सांसद शपथ ले सकते हैं। मोदी ने ट्वीट कर कहा कि वे रविवार शाम को मां हीराबा से आशीर्वाद लेने गुजरात जाएंगे। इसके बाद २८ तारीख की सुबह अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लोगों का आभार जताने पहुंचेंगे।