शरद पवार, फ़ारूक़ अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी से शुरू होकर राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की सुई पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम पर आकर अटक गयी है। वे विपक्ष के साझे उम्मीदवार हो सकते हैं। कहा गया है कि कांग्रेस भी सिन्हा के नाम पर सहमत है। विपक्ष के नेता इसकी आधिकारिक घोषणा कभी भी कर सकते हैं। बता दें, सिन्हा ने आज ही टीएमसी से इस्तीफा दे दिया और कहा कि वह विपक्षी एकता की दिशा में काम करने के लिए तृणमूल से अलग हट रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सिन्हा के नाम पर विपक्ष सर्वसम्मति से राय बना चुका है। यशवंत सिन्हा 27 जून को नामांकन दाखिल कर सकते हैं। पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार का नाम तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की ओर से प्रस्तावित किया गया था, लेकिन पवार ने इनकार कर दिया था। गोपाल कृष्ण गांधी का नाम भी सामने आया था।
इधर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा आज कहा – ‘यशवंत सिन्हा के कंपेन को आगे बढ़ाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है।’ वरिष्ठ कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा – ‘हम चाहते हैं कि ऐसा प्रत्याशी सामने रखा जाए जो लोकतंत्र की रक्षा कर सके।
सरकार ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए आम सहमति बनाने का कोई गंभीर प्रयास नहीं किया।’ याद रहे पिछले हफ्ते केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी नेताओं के साथ संपर्क साधा था।
आज शाम भाजपा संसदीय दल की बैठक भी है जिसमें राष्ट्रपति पद के नाम को लेकर चर्चा होनी है। देखना होगा कि क्या आज ही एनडीए नाम घोषित करता है इन्तजार करेगा। अभी तक एनडीए में वैंकैया नायडु, आनंदी बेन पटेल, आरिफ मोहम्मद खान, मुख्तार अब्बास नक़वी जैसे बड़े नाम सुनने में आ रहे हैं।