कांग्रेस के पटना साहिब से उम्मीदवार ”बिहारी बाबू” शत्रुघ्न सिन्हा जुबान फिसलने से कांग्रेस के संस्थापकों में एक मौलाना आज़ाद को मुहम्मद अली जिन्ना कह गए। वे एक चुनाव सभा में कांग्रेस के संस्थापकों का जिक्र कर रहे थे और महात्मा गांधी, सरदार पटेल और जवाहर लाल नेहरू के साथ जिन्ना भी कह गए। दरअसल वे मौलाना आज़ाद कहना चाहते थे लेकिन जुबान फिसलने से जिन्ना कह गए।
उनके इस ब्यान पर काफी बबाल मच गया।
बाद में जब उन्हें अपनी इस गलती का पता चला तो शनिवार को शत्रुघ्न ने सफाई दी। उन्होंने कहा – ”मैं एक मानव हूँ और भूल हो सकती है। दरअसल मैं कांग्रेस के संस्थापकों महात्मा गांधी, सरदार पटेल और जवाहर लाल नेहरू का जिक्र कर रहा था और मौलाना आज़ाद की जगह मुहम्मद अली जिन्ना कह गया।” उन्होंने कहा कि इसके लिए माफी की कोइ बात नहीं क्योंकि वे मौलान आज़ाद कहना चाहते थे।
सिन्हा ने मोहम्मद अली जिन्ना को कांग्रेस परिवार का हिस्सा बताने वाले बयान पर कहा कि उनकी जुबान फिसल गई थी। सिन्हा ने कहा कि वह मौलाना आजाद कहना चाहते थे लेकिन वह मोहम्मद अली जिन्ना कह गए। सिन्हा ने शुक्रवार को दिए अपने बयान में कहा था – ”कांग्रेस महात्मा गांधी से लेकर सरदार पटेल, मोहम्मद अली जिन्ना से लेकर जवाहर लाल नेहरू तक एक परिवार है। यह उनकी पार्टी है जिनका देश की आजादी और विकास में योगदान रहा है।”
हालांकि बबाल बढ़ने से पहले ही शत्रुघ्न सिन्हा ने विवाद ख़त्म कर दिया है। शत्रुघ्न सिन्हा शुक्रवार को छिंदवाड़ा में कांग्रेस उम्मीदवार नकुलनाथ का प्रचार करने आए थे जहाँ उनके मुंह से आज़ाद की जगह जिन्ना निकल गया था। उन्होंने कहा था – ”कांग्रेस परिवार महात्मा गांधी से लेकर सरदार वल्लभ भाई पटेल, मोहम्मद अली जिन्ना से लेकर जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी और राहुल गांधी, इनसे पहले सुभाषचंद्र बोस, इनकी पार्टी है। जिनका देश विकास, देश की तरक्की में, देश की आजादी में सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा योगदान है। यही कारण है कि मैं यहां आया हूं और पहली और आखिरी बार कांग्रेस पार्टी में आ गया हूं तो वापस मुड़कर कहीं नहीं जाऊंगा।”