मोहाली की निजी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं के नहाने के वीडियो वायरल होने के मामले में शिमला के दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि यूनिवर्सिटी को24 तक बंद रखने का फैसला प्रबंधन ने किया है। वीडियो भेजने की आरोपी छात्रा को भी रविवार को ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। साथ ही हॉस्टल वॉर्डन को निलंबित कर दिया गया है।
इस बीच इस घटना के विरोध में छात्रों का धरना रात डेढ़ बजे तब ख़त्म हुआ जब रोपड़ रेंज के डीआईजी गुरप्रीत भुल्लर और मोहाली के उपायुक्त अमित तलवार ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी सभी मांगें मान ली जाएंगी। छात्रों ने रात को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन के दौरान मोबाइल फोन की लाइट जलाकर अपना विरोध जताया।
यूनिवर्सिटी में अब 24 सितंबर तक ‘नॉन टीचिंग डे’ घोषित कर दिया गया है। घटना से सहमी लड़कियों ने हॉस्टल खाली करने शुरू कर दिए हैं। उनके अभिभावक कल से ही उन्हें लेने पहुंच गए हैं।
आरोपी दो युवकों को हिमाचल पुलिस ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। इनमें लड़की ने जिस युवक की तस्वीर दिखाई थी, उसे शिमला के ढली से पकड़ा गया। उन्हें पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है। ढली से पकड़ा लड़का रंकज वर्मा है। वहीं दूसरे आरोपी सन्नी मेहता को रोहड़ू से गिरफ्तार किया गया है। सन्नी (23) एक बेकरी जबकि रंकज (31) एक ट्रेवल एजेंसी में नौकरी करता है। रंकज ठियोग के संधू गाँव का है। इनसे अब वीडियो मंगवाने और उसे वायरल करने के मकसद के बारे में पूछताछ होगी।
पंजाब पुलिस ने वीडियो बनाने की आरोपी लड़की को भी कल ही गिरफ्तार कर लिया था। वह लड़की भी शिमला के रोहड़ू की रहने वाली है और आरोपी लड़कों से काफी पहले से परिचित है।
छात्रों ने पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन से शनिवार रात हुए मले की पारदर्शी जांच, शनिवार को हुए लाठीचार्ज की जांच, अस्पताल में भर्ती स्टूडेंट्स को मुआवजा देने, गर्ल्स हॉस्टल का टाइम 8.30 से बढ़ाकर 9.30 बजे तक करने और हॉस्टल के सभी वॉर्डन बदलने की मांग रखी है। दोनों पक्षों की ओर से स्टूडेंट्स को सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।