पंजाब के मोहाली में पुलिस की खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में सोमवार रात हुए हमले की जांच के लिए पंजाब सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। जहाँ धमाका हुआ है वहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी आ रही है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक मोहाली हमले में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) का इस्तेमाल हुआ है। हमले में खालिस्तानी संगठन का हाथ होने की बात से इंकार नहीं किया जा रहा, हालांकि एजेंसियां सभी संभावनाओं की जांच कर रही हैं।
बता दें सोमवार रात मोहाली स्थित ख़ुफ़िया दफ्तर के परिसर में ग्रेनेड से हमला किया गया, जिससे इमारत की एक मंजिल की खिड़की के शीशे टूट गए। ‘तहलका’ की जानकारी के मुताबिक हमले में जिस राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) का इस्तेमाल हुआ है, कुछ जानकारों ने उसे रूस में बना बताया है। हालांकि, जांच के बाद ही यह साफ़ होगा कि कौन सा ग्रेनेड इस्तेमाल हुआ है।
इस बीच पंजाब सरकार ने मोहाली में पुलिस की खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में सोमवार रात हुए हमले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। जहाँ धमाका हुआ है वहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम भी आ रही है।
जानकारी के मुताबिक ख़ुफ़िया ब्यूरो (आईबी) ने इस तरह की आशंका को लेकर इनपुट पंजाब पुलिस को दिया था। पता चला है कि आईबी के इनपुट को पंजाब पुलिस ने हरियाणा पुलिस के साथ शेयर किया था, जिसके बाद करनाल से 4 खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे।
यह भी बता दें 24 अप्रैल को भी चंडीगढ़ स्थित बुड़ैल जेल के पास विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। पुलिस इन सभी घटनाओं की कड़ियाँ जोड़ने की कोशिश।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि किसी को भी पंजाब का माहौल ख़राब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। दोहियों को बख्शा नहीं जाएगा। मान ने कहा – ‘हमले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। कुछ संदिग्ध व्यक्ति देखे गए हैं। पुलिस सीसीटीवी फुटेज भी देख रही है।’