एक और घटना ने देश में अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामला एक कार्यक्रम का है जहाँ पीएम मोदी के एक विभाग की आलोचना करने पर मशहूर अभिनेता अमोल पालेकर को बोलने से रोक दिया गया।
इस कार्यक्रम से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है। पालेकर एनजीएमए के मुंबई और बंगलूरू केंद्रों की एडवाइजरी समिति को कथित तौर पर खत्म करने के लिए संस्कृति मंत्रालय की आलोचना कर रहे थे। वीडियो में दिख रहा है कि मंच पर मौजूद एनजीएमए की एक सदस्य ने इसका विरोध किया और कहा कि उन्हें कार्यक्रम के बारे में बात करनी चाहिए। इस पर पालेकर ने कहा कि वह उसी बारे में बात करने जा रहे हैं। क्या आप सेंसरशिप लगा रहे हैं।
अभिनेता पालेकर को नेशनल गैलरी ऑफ मॉर्डन आर्ट (एनजीएमए) के इस कार्यक्रम की प्रदर्शनी के दौरान सिर्फ इस लीजिए बोलने से रोक दिया गया, क्योंकि वे मोदी सरकार के संस्कृति मंत्रालय की आलोचना कर रहे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले कार्यक्रम के आयोजकों ने उन्हें मंत्रालय की आलोचना करने से कई बार टोका। वे जब नहीं रुके तो उनका विरोध किया गया। ऐसे में नाराज अमोल पालेकर अपना भाषण बीच में ही रोक कर बैठ गए।
जब पालेकर संस्कृति मंत्रालय की कमियों पर बोल रहे थे तो स्टेज के पास मौजूद एक महिला ने उनका विरोध किया और कहा कि यह कार्यक्रम प्रभाकर बारवे के बारे में है और आप उन्हीं पर बात करें। लेकिन, पालेकर ने रुकने से मना कर दिया जिसके बाद उन्हें बोलने से रोक दिया गया। मजबूरन अपनी बात बीच में ही छोड़ कर पालेकर को बैठना पड़ा। हा है कि पालेकर एनजीएमए के मुंबई और बंगलूरू केंद्रों की एडवाइजरी समिति को कथित तौर पर खत्म करने के लिए संस्कृति मंत्रालय की आलोचना कर रहे हैं। मंच पर मौजूद एनजीएमए की एक सदस्य ने इसका विरोध किया और कहा कि उन्हें कार्यक्रम के बारे में बात करनी चाहिए। इस पर पालेकर ने कहा कि वह उसी बारे में बात करने जा रहे हैं। क्या आप सेंसरशिप लगा रहे हैं।
अभिनेता पालेकर को नेशनल गैलरी ऑफ मॉर्डन आर्ट (एनजीएमए) के इस कार्यक्रम की प्रदर्शनी के दौरान सिर्फ इस लीजिए बोलने से रोक दिया गया, क्योंकि वे मोदी सरकार के संस्कृति मंत्रालय की आलोचना कर रहे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले कार्यक्रम के आयोजकों ने उन्हें मंत्रालय की आलोचना करने से कई बार टोका। वे जब नहीं रुके तो उनका विरोध किया गया। ऐसे में नाराज अमोल पालेकर अपना भाषण बीच में ही रोक कर बैठ गए।
जब पालेकर संस्कृति मंत्रालय की कमियों पर बोल रहे थे तो स्टेज के पास मौजूद एक महिला ने उनका विरोध किया और कहा कि यह कार्यक्रम प्रभाकर बारवे के बारे में है और आप उन्हीं पर बात करें। लेकिन, पालेकर ने रुकने से मना कर दिया जिसके बाद उन्हें बोलने से रोक दिया गया। मजबूरन अपनी बात बीच में ही छोड़ कर पालेकर को बैठना पड़ा।