बिहार में चुनावी पारा खूब चढ़ रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज पहली चुनाव रैली संबोधित की और उनके महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव भी उनके साथ रहे। लाखों लोगों के लॉक डाउन में पलायन को रखते हुए राहुल ने जमकर मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि दिखाने को वे आपके सामने सर झुकाते हैं, लेकिन जब मदद का वक्त आता है तो अमीर व्यापारियों अंबानी और अडानी की करते हैं। राहुल ने चीन के सैनिकों के भारत की सीमा में घुसने पर भी सवाल उठाया और मोदी से कहा कि वे देश की जनता को इसका जवाब दें।
बड़ी चुनाव सभा से उत्साहित दिख रहे राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने मोदी पर सीधे हमले किये। रैली से पहले राहुल गांधी ने एक ट्वीट करके मोदी सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा – ‘‘तुम्हारे दावों में बिहार का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है। कोरोना हो या बेरोज़गारी, झूठे आंकड़ों से पूरा देश परेशान है।आज बिहार में आपके बीच रहूँगा। आइए, इस झूठ और कुशासन से पीछा छुड़ाएं।’
नवादा के हिसुआ की चुनाव जनसभा में राहुल गांधी ने कहा – ‘आपको मोदी जी का भाषण कैसा लगा?’ इसपर जनता ने अपना जवाब दिया। राहुल ने कहा जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए, उस दिन प्रधानमंत्री ने क्या किया। लद्दाख में हिंदुस्तान की सीमा पर बिहार के युवा अपना खून-पसीना देकर जमीन की रक्षा करते हैं। चीन ने हमारे 20 जवानों को शहीद किया और हमारी जमीन पर कब्जा किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने झूठ बोलकर हिंदुस्तान की सेना का अपमान किया।
जनसभा में प्रवासी मजदूरों के पलायन का मसला उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मदद नहीं की। यही सच्चाई है। मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार बिहार सच्चाई को पहचानने जा रहे हैं. इस बार बिहार नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को जवाब देने जा रहा है। उनके यह कहने पर लोग समर्थन में तालियां बजाते दिखे।
राहुल गांधी ने कहा – ‘चीन की सेना ने हमारे 20 सैनिकों को शहीद किया और हमारी 1200 किलोमीटर ज़मीन ली है। जब चीन हमारी ज़मीन के अंदर आया तो हमारे पीएम ने वीरों का अपमान करते हुए ये क्यों बोला कि हिन्दुस्तान के अंदर कोई नहीं आया। आज कहते हैं कि मैं सिर झुकाता हूं। पीएम जी ये बताइए कि चाइना को हिंदुस्तान से कब बाहर करेंगे।’
कांग्रेस नेता ने जनता से पूछा कि बताइए नोटबंदी का क्या फायदा हुआ? उन्होंने कहा कि गरीब का पैसा हिंदुस्तान के अमीरों के खाते में भेजा गया। अंबानी और अडानी के लिए नरेंद्र मोदी रास्ता साफ कर रहे हैं। आने वाले समय में हिंदुस्तान के पूंजीपतियों के पास गरीबों के पैसे होंगे।
गांधी ने कहा – ‘कोरोना हुआ तो मोदी जी ने दूसरे प्रदेशों में रह रहे राज्य के लोगों को भगाकर बिहार भेजा। जब लोग भूखे थे तो नरेंद्र मोदी ने क्या मजदूरों की मदद की? भूखे हो तो क्या हुआ, प्यासे हो तो क्या हुआ, कुछ भी हो जाए उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। बिहार का विकास करने वाली सरकार लानी है। बिहार इसबार सच्चाई को पहचानने जा रहा है। सही जवाब इसबार नरेंद्र मोदी को मिलेगा।’
उनसे पहले सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि पहली केबिनेट में मेरी कलम दस लाख नौजवानों को रोजगार देने के लिए चलेगी। उन्होंने कहा – ‘बिहार में घूसखोरी बढ़ी है। बिना घूस के कोई काम नहीं होता है। पंद्रह साल में बिहार में क्या हुआ ये सब को पता है। जिनके पास रोजगार था उनसे भी मोदी-नीतीश ने छीन लिया। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी से बिहार संभलने वाला नहीं। उन्होंने कहा कि जिसने 15 साल काम नहीं किया उसे पांच साल क्या देना। उन्होंने कहा कि नौकरी के लिए फॉर्म भरने के लिए पैसे नहीं लिए जाएंगे। वृद्धा पेंशन 15 सौ रुपये कर दी जाएगी। तेजस्वी ने कहा कि नौ नवंबर को लालू यादव की रिहाई है, और दस नवंबर को नीतीश जी की विदाई है।’
राहुल गांधी का ट्वीट
Rahul Gandhi
@RahulGandhi
‘तुम्हारे दावों में बिहार का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है।’ कोरोना हो या बेरोज़गारी, झूठे आँकड़ों से पूरा देश परेशान है। आज बिहार में आपके बीच रहूँगा। आइए, इस झूठ और कुशासन से पीछा छुड़ाएँ।