रूस-यूक्रेन युद्ध के युद्ध से भरे तनाव के बीच शनिवार को जापान के हिरोशिमा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच मुलाकात हुई है। दोनों के बीच बातचीत का ब्योरा अभी नहीं मिला है, हालांकि, पीएम मोदी ने कहा है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को केवल बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल किया जा सकता है और भारत किसी भी शांति प्रयासों में योगदान देने के लिए तैयार है।
फरवरी 2022 में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली सीधी मुलाकात है। इसमें दोनों के बीच बातचीत भी हुई है। वैसे इस एक साल में मोदी-जेलेंस्की के बीच फोन पर बात अवश्य हुई है।
इस बीच जापान के अखबार ‘योमीउरी शिंबुन’ में अपने एक इंटरव्यू में पपीम मोदी ने रूस के यूक्रेन पर आक्रमण पर कहा – ‘भारत विवादों को सुलझाने और आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती लागत से प्रभावित लोगों की भलाई को प्राथमिकता देने के लिए संवाद और कूटनीति की वकालत करता है।’
मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि भारत यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करता है और संयुक्त राष्ट्र के भीतर और बाहर रचनात्मक योगदान देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा – ‘भारत आक्रमण की निंदा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्तावों से दूर रहा लेकिन संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है’।