मुम्बई में आक्सीजन लीक मामले के बाद अब एक अस्पताल के आईसीयू में बीती आधी रात 13 मरीजों की मौत हो गयी है। मुम्बई के विरार वेस्ट के पालघर इलाके में यह घटना विजय वल्लभ अस्पताल की है जहाँ कुल 15 मरीज भर्ती थे। सरकार ने इस घटना आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक जब यह घटना हुयी अस्पताल की आईसीयू मरीजों से भरी थी।
अभी तक की जानकारी के मुताबिक आईसीयू के एसी में शॉट सर्किट से आग लगी। घटना की जांच चल रही है। दूसरे माले पर स्थित आईसीयू में आग लगने के बाद वहां अफ्तरा तफरी मच गयी। घटना सुबह 3 बजे की है।
अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक घटना में 13 मरीजों की मौत हो गई है। पूरे अस्पताल में करीब 90 मरीज हैं। जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जररूत है उन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। अस्पताल में आग पर काबू पाने के लिए वसई विरार महानगर पालिका की 10 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भेजी गईं।
आशंका जताई गयी है कि सभी लोगों की झुलसकर मौत हुई। कुछ तीमारदारों ने आरोप लगाया कि जब आग की घटना घटी वहां 2 नर्स ही थीं और कोई डॉक्टर नहीं था। अस्पताल के पास अपनी फायर सेफ्टी का कोई सिस्टम नहीं होने का भी आरोप लगाया गया है। हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों ने इसे गलत बताया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना पर गहरा शोक जताते हुए मृतकों परिजनों से संवेदना जताई है। उन्होंने इस घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं। ठाकरे ने आग में जान गंवाने वाले लोगों के वारिसों के लिए 5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल मरीजों के लिए एक लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है। उधर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी महाराष्ट्र के पालघर में कोविड अस्पताल में आग लगने की घटना पर दुख जताया है। राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने को पीएम ने अपनी मंजूरी दी है।