नाटकीय घटनाक्रम में ”पकड़े” जाने के बाद कानपुर के बिकरू में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे, जिसे उज्जैन से कानपुर लाया जा रहा था, रास्ते में भौती के पास उसका वाहन हादसे का शिकार हो गया। विकास दुबे की इस हादसे के बाद हुई ”मुठभेड़” में मौत हो गयी है। इस घटना में दो पुलिस जवानों के घायल होने की भी खबर है। इस सारे घटनाक्रम से ढेर सारे सवाल भी खड़े हो गए हैं, जिनमें सबसे बड़ा यही है कि जिस अपराधी ने २४ घंटे पहले चुपचाप समर्पण कर दिया, उसने अब भागने की कोशिश की। उसकी मौत की पुष्टि कर दी गयी है।
घटनास्थल पर गोलीबारी हुई थी, इसकी तस्दीक गाँव वालों ने की है। पता चला है कि जब उसे अस्पताल लाया गया उसकी छाती सहित ऊपर का हिस्सा खून से सना हुआ था। जाहिर है, इस सारे नाटकीय घटनाक्रम पर बहुत सवाल उठ खड़े हुए हैं। यह आरोप लगते रहे हैं कि जिन ”बड़े और ताकतवर” लोगों को अपने नाम सामने आने का डर था, वो नहीं चाहते थे कि विकास जिंदा रहे। इस मुठभेड़ की आशंका कल से ही जताई जा रही थी। इस घटना में दो पुलिस जवानों के घायल होने की भी खबर है।
पता चला है कि जब उसे अस्पताल लाया गया वो मर चुका था। अभी तक यह सामने लाया गया है कि वाहन के ”पलटने” के बाद विकास ने कथित रूप से साथ बैठे पुलिस अधिकारी से हथियार छीनने और भागने की कोशिश की। घटनास्थल पर गोलियों की आवाज भी सुनी गयी। हालांकि, इस सारे मामले पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक विकास इस सारे घटनाक्रम में गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। पता चला है कि उसे कमर और छाती में गोली भी लगी है। अभी तक यह नहीं मालूम कि वाहन का हादसा कैसे हुआ और उसने कैसे भागने की कोशिश की। उसके साथ बड़ी संख्या में पुलिस थी, जिस कारण सारे घटनाक्रम पर वाल उठ रहे हैं। पता चला है कि उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी थी।
पता चला है कि विकास की मौत टीवी चैनलों पर आने के बाद उसकी माता की तबीयत खराब हो गयी है।