उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत में देश भर से एक लाख से ज्यादा किसान पहुंच चुके हैं। रैली शुरू हो गयी है और वहां किसानों की तरफ से लंगर से लेकर तमाम अन्य इंतजाम किए गए हैं। तमाम बड़े किसान नेता मंच पर मौजूद हैं। आम जनता का महापंचायत को समर्थन मिलने से किसानों की ताकत बढ़ती दिख रही है। यह पंचायत संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हो रही है। भाकियू ने शनिवार से ही एनएच-58 के सिवाया टोल को फ्री करा दिया था जबकि आज (रविवार) को भी मेरठ से मुजफ्फरनगर के बीच टोल फ्री रहेगा।
महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए पिछली रात तक देश भर से लाखों किसान मुजफ्फरनगर पहुँच चुके थे और रात भर उनका आना जारी रहा। जबरदस्त जोश देखा जा रहा है और वे सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करने की तैयारी में दिखते हैं। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि यह रैली भाजपा के खिलाफ़ जारी देशव्यापी अभियान को नयी दिशा देगी। मोर्चा ने कहा है कि तीनों किसान विरोधी कानून रद्द कराने, बिजली संशोधन बिल 2020 वापस कराने और सभी कृषि उत्पादों की लागत से डेढ़ गुना दाम पर एमएसपी पर खरीद की कानूनी गारंटी की मांग न मानने वाली भाजपा के ख़िलाफ़ इस रैली के जरिए मिशन उत्तर प्रदेश–उत्तराखंड की ऐतिहासिक शुरुआत की जाएगी।
सबसे ज्यादा किसान पंजाब से आए हैं जबकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ 15 राज्यों से किसान महापंचायत में शिरकत करने पहुंचे हैं। आज की महापंचायत में किसान नेता अपने आंदोलन के भविष्य की दिशा की दिशा को लेकर घोषणा कर सकते हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि 9 महीने से चल रहे इस किसान आंदोलन को समाज की सभी जातियों, धर्मों, राज्यों, वर्गों,छोटे व्यापारियों और समाज के सभी तबकों का समर्थन हासिल है। पिछले 9 महीने में देश भर में हुई महापंचायतों में मुजफ्फरनगर की महापंचायत अब तक की सबसे बड़ी महापंचायत है।
राजनीतिक दृष्टि से बहुत अहम पश्चिम उत्तर प्रदेश की इस किसान महापंचायत पर भाजपा की भी नजर है और जिस संख्या में किसान यहाँ पहुँच रहे हैं उससे निश्चित ही भाजपा में बेचैनी होगी। किसान नेता खुलकर भाजपा के खिलाफ बोलने लगे हैं, क्योंकि केंद्र में कृषि क़ानून लाने वाली भाजपा की ही सरकार है।
इस बीच भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा – ‘महापंचायत को किसान और मजदूर अपनी अस्मिता से जोड़कर देख रहे हैं। मैंने ‘बिल वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं’ का संकल्प ले रखा है। किसान मोर्चा के आदेश पर मुजफ्फरनगर महापंचायत में जरूर आया हूँ लेकिन यहाँ अपने घर नहीं जाऊंगा।’
उधर किसान महापंचायत को लेकर पुलिस और प्रशासन अलर्ट है। भाकियू ने शनिवार से ही एनएच-58 के सिवाया टोल को फ्री करा दिया था। रविवार को भी मेरठ से मुजफ्फरनगर के बीच टोल फ्री रहेगा। मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में किसान महापंचायत हो रही है। भाकियू पदाधिकारियों का दावा है कि किसान महापंचायत ऐतिहासिक होगी। महापंचायत में लाखों किसान जुटें हैं। कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल तक से किसानी जत्थे वहां पहुंचे हैं।