गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर पिछले कुछ महीने से गंभीर रूप से बीमार हैं। इस मुद्दे को लेकर राज्य में जहाँ जहाँ बीजेपी सरकार बचाने में लगी है वहीं कांग्रेस सरकार बनाने की जद्दो जहद कर रही है।
इसी सिलसिले में सोमवार को कांग्रेस के 14 विधायक राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने राजभवन पहुंचे. राज्यपाल के वहाँ मौजूद नहीं होने पर कांग्रेस का प्रतिनिधित्वमंडल सरकार बनाने का दावा पेश करने वाली चिट्ठी वहीं छोड़कर वापस लौट आया।
एक रिपोर्ट के मुताबिक़ गोवा कांग्रेस के प्रमुख चंद्रकांत कावलेकर ने कहा, “हमने राज्यपाल को दो ज्ञापन सौंपे हैं और उनसे अनुरोध किया है कि 18 महीने के भीतर ही चुनाव से गुजरने की स्थिति फिर पैदा नहीं होनी चाहिए. जनता ने हमें पांच साल के लिए चुना है. अगर मौजूदा सरकार कार्य करने में सक्षम नहीं है तो हमें सरकार गठन का मौका दिया जाए.”
कावलेकर ने कहा, ‘राज्य में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन हमें सरकार बनाने का मौका नहीं दिया गया. आज उसका नतीजा देखिए कि गोवा में सरकार किस तरीके से चल रही है. सरकार होते हुए भी नहीं है. इसलिए हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया है।”
सूबे में कांग्रेस के कुल 16 विधायक हैं, पार्टी के दावा है कि एक एनसीपी विधायक समेत उनके पास कुल 14 विधायकों का समर्थन है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने मुख्यमंत्री की सेहत पर हो रही अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि राज्य की लीडरशिप में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा मनोहर पर्रिकर ही गोवा के मुख्यमंत्री हैं और वो ही रहेंगे।
लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज करा रहे हैं। गोवा के मुख्यमंत्री बीते 7 महीने से 3 बार इलाज के सिलसिले में अमेरिका जा चुके हैं।