चाय के शौकीनों को अब ज्यादा पैसे गिनने पड़ेंगे क्योंकि मुंबई में अब चाय और कॉफी महंगी होने जा रही है। मुंबई व आसपास के इलाकों में चाय 1 से 2 रुपये तक महंगी हो सकती है। इस वाणिज्यिक महानगरी में लगभग 5000 से अधिक चाय स्टॉल्स हैं। चाय के इन खोकों को, जिसे यहां की आम भाषा में टपरी कहा जाता है, में फिलहाल कटिंग चाय 6 से 8 रुपये में, फुल चाय 10 से 12 में और स्पेशल चाय 15 से 16 रुपये में मिलती है। कॉफी (कटिंग) के लिए 10 से 12 और फुल के लिए 15 से18 रुपये गिनने पड़ते हैं।लेकिन अब इनकी कीमतों में इजाफा होने जा रहा है। तकरीबन 4 साल पहले वजूद में आई टीसीए यानी टी एंड कॉफी एसोसिएशन टपरियों में बिकने वाली चाय और कॉफी के दामों को बढ़ाने की वजह महंगाई बताई है।
एसोसिएशन का कहना है कि पिछले दिनों में दूध, चाय पत्ती, चीनी और एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में काफी इजाफा हुआ है। जिसका असर चाय बेचने वालों के बिजनेस पर हुआ है जिसके चलते चाय और कॉफी की कीमत बढाने के अलावा उनके पास दूसरा चारा नहीं है।
एसोसिएशन का तर्क यह भी है कि होटल एवं रेस्टोरेंट में चाय के लिए इससे दोगुनी तीगुनी कीमत अदा की जाती है। इतना ही नहीं ब्रांडेड टी स्टॉल्स जैसे येवले, टी पी, कुल्हड़ में चाय की कम से कम कीमत ₹10 है। ऐसे में टपरी कीमत बढ़ाना गैर वाजिब नहीं है। लेकिन दूसरी ओर टपरी में चाय पीने वाले लोगों की राय जुदा है। उनका कहना है कि टपरी में चाय पीने वाले भले ही अलग-अलग वर्ग से आते हैं, जिनमें व्यवसाई भी हैं, सरकारी गैर सरकारी वर्कर्स भी हैं, लेकिन अधिकतर लोग कामगार वर्ग के हैं मजदूर हैं जिन्हें चाय आवश्यक होती है। उनके लिए टॉनिक का काम करती है चाय। ऐसे में इसका असर उन दिहाड़ी मजदूरों पर ज्यादा पड़ेगा जो आधी कप चाय पी कर अपना भूख शांत करते हैं और पेट काटकर अपने कुटुंब का भरण पोषण करते हैं।
माना जा रहा है कि एक दफा मुंबई में चाय की कीमतों में इजाफा होने के बाद पुणे, नागपुर व महाराष्ट्र के अन्य शहरों में भी चाय व कॉफ़ी की कीमतें बढ़ जाएंगी।