मुंबई के भांडुप स्थित सनराइज मॉल की तीसरी मंजिल में बने कोविड-19 अस्पताल में गुरुवार देर रात लगी आग में अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है। आधी रात लगी आग पर पूरी तरह काबू लम्बा वक्त लग गया। इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटनास्थल का दौरा किया है साथ ही इस घटना पर माफी माँगी है।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने इस दौरान हादसे के कारणों की जानकारी ली। उन्होंने मृतकों के परिजनों से शोक प्रकट किया। सीएम ने कहा, ‘कोरोना के दौरान जरूरत के हिसाब से अस्पताल बनाए गए थे। अस्पताल नियमों के मुताबिक ही चल रहा था और इसे चलाने के लिए 31 मार्च तक की एनओसी दी गई थी। अस्पताल में जो घटना हुई है वह दुखी करने वाली है। हम उन लोगों को नहीं बचा सके जो कोरोना का इलाज कराने के लिए वेंटिलेटर पर थे।’
भांडुप स्थित कोविड अस्पताल में बीती रात लगी आग पर दिन में जाकर काबू पाया जा सका। आग की चपेट में आने से अब तक 10 मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि जले मलबे में खोज की जा रही है। बीएमसी ने जांच के आदेश दिए हैं कि मॉल के ऊपर अस्पताल कैसे बना और इस घटना के पीछे कौन जिम्मेदार है।
जब अस्पताल में आग लगी, उस वक्त वहां पर 78 से अधिक मरीज मौजूद थे। आग पर काबू पाने के लिए 20 से अधिक फायर ब्रिगेड गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। अस्पताल में मौजूद सभी मरीजों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है।