मिड-डे मील योजना कोताही और भ्रष्टाचार के चंगुल में फंस गई है। उत्तर प्रदेश में पहले नमक के साथ रोटी और फिर एक लीटर दूध में पानी मिला 85 को बच्चों को पिलाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब पके भोजन में मरा चूहा निकल आया।
मुजफ्फरनगर (यूपी) के गांव मुस्तफाबाद पचैंडा स्थित जनता इंटर कॉलेज में मिड-डे मील में मंगलवार को मरा चूहा मिला। इसके देखने बाद दाल-चावल खाने से एक शिक्षक और क्लास सिक्स के नौ छात्र बीमार हो गए, गनीमत रही कि उन्हें समय पर अस्पताल में इलाज मिल गया और अब ठीक हैं। पर इस घटना ने एक बार फिर कोताही की पोल खोल दी है। मिड-डे मील की गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा दी हैं। अब फिर वही जांच की खानापूर्ति की जाएगी।
मिड-डे मील में दाल और चावल बांटा गया था। कुछ छात्रों ने भोजन करना शुरू ही किया था कि, तभी एक छात्र के कटोरे में परोसे गए दाल-चावल में मरा चूहा दिखा। इसी बीच, भोजन कर चुके शिक्षक मुन्नू, कक्षा छह के 9 छात्रों का जी मिचलाने लगा और उल्टी आने की शिकायत की।
कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. विनोद कुमार ने सभी शिकायत करने वालों को जिला अस्पताल भिजवाया। वहीं, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मिड डे मील का सैंपल लिया जिसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया। भोजन वितरण करने वाली हापुड़ की संस्था जन कल्याण सेवा समिति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।