भगोड़े कारोबारी विजय माल्या के देश छोड़ने के मामले में एक नई बात सामने आई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मुताबिक़ सीबीआई ने माल्या के खिलाफ जारी डिटेन नोटिस को इन्फॉर्म नोटिस में बदल दिया था।
राहुल गाँधी ने कहा कि यह समझ से परे है कि इतने बड़े मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुमति के बिना सीबीआइ ने लुकआउट नोटिस बदला होगा।
गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘सीबीआइ ने बड़ी खामोशी से डिटेन नोटिस को इन्फॉर्म नोटिस में बदल दिया, जिससे माल्या देश से बाहर भाग सका. सीबीआइ सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है. ऐसे में यह समझ से परे है कि इतने बड़े और विवादित मामले में सीबीआइ ने प्रधानमंत्री की अनुमति के बगैर लुकआउट नोटिस बदला होगा। ’
इससे पहले राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि ‘जेटली की मिलीभगत’ से माल्या भागने में सफल रहा।
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ये मामला फिर से तब गरमाया जब माल्या ने बुधवार को कहा कि वह भारत से रवाना होने से पहले वित्त मंत्री से मिला था और बैंकों के साथ मामले का निबटारा करने की पेशकश की थी।
वित्त मंत्री जेटली ने माल्या के बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2014 के बाद उसे कभी मिलने का समय नहीं दिया था।
जेटली के मुताबिक़ माल्या राज्यसभा सदस्य के तौर पर हासिल विशेषाधिकार का ‘दुरुपयोग’ करते हुए संसद भवन के गलियारे में उनके पास आ गया था।