भारत के बैंकों से ९००० करोड़ रूपये लेकर विदेश भागे शराब कारोबारी विजय माल्या के स्विस बैंक अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया है और वहां की सरकार उसके बैंक अकाउंट की जानकारी भारत की शीर्ष एजेंसी को देगी। कुछ रोज पहले ही प्रवर्तन निदेशालय की याचिका पर मुंबई की पीएमएलए कोर्ट ने उसे भगोड़ा अपराधी घोषित कर दिया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई ने माल्या मामले में स्विस अथॉरिटीज से अपील की थी माल्य के चार बैंक खातों में मौजूद पैसे को ब्लॉक कर दिया जाए जिसे जिनेवा सरकार ने मंजूरी दे दी। टाइम्स आफ इण्डिया की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वर्तमान में ब्रिटेन में रह रहे विजय माल्या के खातों का ब्यौरा स्विटजरलैंड सरकार सीबीआई को सौंपने को तैयार है।
रिपोर्ट मेमन कहा गया है कि माल्या ने स्विटजरलैंड सरकार के इस फैसले को रोकने की भरपूर कोशिश की और वहां के सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। जिनेवा के सरकारी अभियोजक ने १४ अगस्त, २०१८ को न सिर्फ सीबीआई के आग्रह को मान लिया बल्कि उसके तीन अन्य खातों से जुड़ी जानकारियां भी जांच एजेंसी के साथ साझा करने के लिए तैयार हो गया है।
इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि स्विस सरकार के इस फैसले को रोकने के लिए विजय माल्या की लीग टीम स्विटजरलैंड की सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। उसने दलील दी की भारतीय जांच एजेंसी की प्रक्रिया में गंभीर खामी है और सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर रहे राकेश अस्थाना पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं।
माल्या की इस दलील को कोर्ट ने मानने से इनकार कर दिया और कहा कि माल्या विदेशी प्रक्रिया में खामी निकालने की अधिकृत नहीं है। वह किसी तीसरे देश में रह रहा है और उसका प्रत्यर्पण लंबित है। क्रिमिनल प्रक्रिया के सवाल पर संबंधित देश फैसला करेगा जहां अभी वह रह रहा है।
अखबार के रिपोर्ट के मुताबिक स्विस कोर्ट ने माल्या के जिन चार खातों को ब्लॉक किया है उसमें एक माल्या का और तीन अन्य ड्रायटन रिसोर्सेज, ब्लैक फॉरेस्ट होल्डिंग्स और हैरिसन फाइनैंस के हैं।