पेट्रोल की तरह किसानों ने 50 रुपये लीटर का दूध 100 रुपये में बेचने का किया ऐलान
एक तरफ किसानों का आंदोलन, दूसरी तरफ महंगाई की मार खत्म होने का नाम नहीं नहीं ले रही है। पेट्रोल-डीजल के साथ ही एलपीजी गैस की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है। तीन नए कृषि कानूनों को वापस न लेने के विरोध में अब किसान संगठनों ने महंगाई बढ़ाने का कदम उठाने का ऐलान किया है। सिंघु बॉर्डर पर बैठे संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने दूध के दाम दोगुने करने की बात कही है।
भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान मलकीत सिंह ने ऐलान किया कि अगले एक मार्च से किसान दूध के दामों में बढ़ोतरी करने जा रहे हैं, जिसके बाद 50 रुपये लीटर बिकने वाला दूध 100 रुपये लीटर बेचा जाएगा। मलकीत सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार ने डीजल के दाम बढ़ाकर किसानों पर चारों तरफ से घेरने का भरपूर प्रयास किया है, लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा ने तोड़ निकालते हुए दूध के दाम दोगुने करने का सख्त फैसला ले लिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने सरकार को चेताया कि अगर सरकार अब भी न मानी तो आने वाले दिनों में आंदोलन को शांतिपूर्वक आगे बढ़ाते हुए हम सब्जियों के दामों में भी बढ़ोतरी करेंगे।
सीधे 100 रुपये लीटर दूध बेचने से जनता पर बोझ पड़ने के सवाल पर मलकीत सिंह ने कहा कि अगर जनता 100 रुपये लीटर पेट्रोल खरीद सकती है, तो फिर 100 रुपये लीटर दूध क्यों नहीं ले सकती। मलकीत ने बताया कि अभी तक किसान एक लीटर दूध को नो प्रॉफिट नो लॉस पर बेचता आया है। यह तो अभी शुरुआत होगी अगर सरकार फिर भी कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम भी एकसाथ दोगुने किए जाएंगे।