कांग्रेस को बड़ा झटका और भाजपा को बड़ी रहत देते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से अलग हुए अजित जोगी की पार्टी से गठबंधन का ऐलान किया है। इसे साथ उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी अकेले मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है। तीनों राज्यों के इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव में खुद को विकट स्थिति में समझ रही भाजपा को इससे बड़ी रहत मिल सकती है।
वैसे तो कुछ रोज पहले बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए बृहद गठबंधन का समर्थन किया था लेकिन आजके उनके फैसले से नहीं लगता कि वास्तव में ऐसा ही है। उनके मैदान में उतरने से सिर्फ कांग्रेस की समस्या बढ़ेगी जो भाजपा को इन तीनों सूबों में जबरदस्त टक्कर देती दिख रही है।
आज के ऐलान के मुताबिक बसपा सुप्रीमो मायावती ने छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की पार्टी ‘छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस’ के साथ गठबंधन का ऐलान कर दिया है। जाहिर है कांग्रेस, भाजपा और अजित जोगी की पार्टी का त्रिकोण बनने से वोटों का बँटबारा होगा और चुनाव में भाजपा को लाभ मिलेगा।
पिछले दिनों यह चर्चा थी कि भाजपा मायावती को अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश कर रही है। इस चर्चा के बाद बसपा और मायावती के रुख में परिवर्तन दिखा था। उन्होंने अचानक यह ब्यान दिया था कि यदि सम्मानजनक सीटें न मिलीं तो वे अकेले चुनाव में उतरने से परहेज नहीं करेंगी। अब ऐसा सामने आ गया है जबकि सीटों को लेकर कोइ बात इस दौरान हुई ही नहीं है।
मायावती ने आज कहा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी बसपा सभी सीटों पर अकेले चुनाव में उतरगी। जाहिर है इससे कांग्रेस का गणित बिगड़ेगा। एक बार ऐसा पंजाब में हुआ था जब विधानसभा चुनाव में मायावती ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए थे जिससे जीतती दिख रही कांग्रेस काम वोटों से अहम् सीटें हार गई तो सत्ता नहीं पा सकी थी।
छत्तीसगढ़ में जोगी की पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान करते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा की इस गठबंधन के तहत हम छत्तीसगढ़ की ३५ सीटों पर लड़ेंगे। अजीत जोगी की पार्टी ५५ सीटों पर लड़ेगी और गठबंधन जीता तो जोगी ही मुख्यमंत्री होंगे।’ मायावती ने राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी अकेले चुनाव में उतरने का ऐलान कर दिया।