वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन ने राजस्थान कांग्रेस प्रभारी के रूप में काम करने से मन कर दिया है। इस बावत उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है। राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वरिष्ठ नेता सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान के बीच माकन का यह फैसला सामने आया है।
माना जा रहा है माकन प्रभारी के तौर काम जजरी नहीं रखना चाहते। खड़गे को लिखी चिट्ठी में माकन ने राज्य के लिए नया प्रभारी बनाने का आग्रह किया है। याद रहे माकन ने पहले ही बाकी पदाधिकारियों के साथ इस्तीफा दे दिया था।
पता चला है कि माकन सितंबर में राजस्थान में हुए ड्रामे के बाद गहलोत समर्थक विधायकों के बैठक में न आने और बाद में इस्तीफा देने के घटनाक्रम पर कोई कार्रवाई न होने से खफा हैं। वे खड़गे के साथ जयपुर आये थे और बाद में उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही आलाकमान ने मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को नोटिस जारी किया था। फिलहाल यह मामला ठंडे बास्ते में दिख रहा है।
यहाँ यह भी याद रखने की बात है कि पांच महीने पहले राज्यसभा के चुनाव गहलोत ने माकन को अपने राज्य से चुनाव नहीं लड़ने दिया था जिसके बाद उन्हें हरियाणा जाना पड़ा और वे चुनाव हार गए।
जानकारी के मुताबिक माकन ने अपने पत्र में लिखा कि दिसंबर के पहले हफ्ते में राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ राजस्थान पहुंचेगी जबकि 4 दिसंबर को कुछ सीटों पर उपचुनाव भी हैं। लिहाजा राजस्थान में नया प्रभारी बनाया जाए। यह घटनाक्रम इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि सचिन पायलट समर्थक नेता राजस्थान में दोबारा मुख्यमंत्री मामले को लेकर आवाज़ उठाने लगे हैं।