महाराष्ट्र विधानसभा की अवधि ख़त्म होने से पहले ही वहां शिव सेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनाने की गंभीर कोशिश शुरू हो गयी है। शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के भाजपा को झूठा कहने के बाद, कुछ देर पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तीन पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पृथ्वी राज चव्हाण, सुशील कुमार शिंदे और वरिष्ठ नेता बाला साहेब थोराट मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने उनके घर पहुंचे हैं।
भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने कहा है कि चूंकि शिव सेना एक तरह एनडीए से बाहर ही आ गयी है, भाजपा को रोकने के लिए शिव सेना को सरकार बनाने में मदद कर देनी चाहिए। यह खबर थी कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तब तक शिव सेना को किसी भी तरह का समर्थन देने के खिलाफ़थीन जब तक कि वह एनडीए के साथ है। अब जबकि शिव सेना-भाजपा का रिश्ता कमोवेश औपचारिक रूप से टूट गया है, कांग्रेस समर्थन को लेकर अपना पुराण स्टैंड बदल सकती है।
इससे पहले एक प्रेस कांफ्रेंस में शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर सीधे हमला करते हुए उसे ”झूठा” करार दिया। उनके ब्यान के बाद साफ़ हो गया है कि भाजपा-शिव सेना गठबंधन टूट गया है।
जानकारों के मुताबिक यदि कांग्रेस और एनसीपी शिव सेना को समर्थन देते हैं तो उसमें तीन संभावनाएं हो सकती हैं। एक – दोनों उसे बाहर से समर्थन दें। दो – एनसीपी सरकार का हिस्सा बने और कांग्रेस बाहर से समर्थन दे और ३ – दोनों शिव सेना के साथ सरकार में जुड़ें। वैसे यह संभावना भी है कि पहले ढाई साल के लिए शिव सेना शरद पवार को मुख्यमंत्री का पद ऑफर कर दे और आदित्य ठाकरे को उप मुख्यमंत्री बनाया जाए ताकि वे अनुभव हासिल कर सकें और बाद में आदित्य को सीएम बनाया जाए।
कांग्रेस, एनसीपी और शिव सेना तीनों को आशंका है कि यदि राष्ट्रपति शासन लगा तो भाजपा के लिए उनके विधायकों को ”तोड़ना” आसान हो जाएगा। वैसे भाजपा नेता बार-बार यह कह चुके हैं कि वह दूसरे दलों के विधायकों को तोड़ने की कोशिश नहीं कर रही है, न वह ऐसा करती है।
भाजपा-शिव सेना के सियासी तलाक के बाद महाराष्ट्र में तेज राजनीतिक गतिविधियां दिख रही हैं। शिव सेना के भाजपा के खिलाफ खुले रूप से आ जाने के बाद एनसीपी और कांग्रेस अपने स्टैंड को लेकरदोबारा सोचने के लिए तैयार दिख रहे हैं। जानकारों के मुताबिक महाराष्ट्र के कुछ नेताओं ने टेलीफोन से शाम को दिल्ली में आलाकमान को घटनाओं और नई राजनीतिक स्थिति से अवगत कराया है।
अभी तक की जानकारी के मुताबिक शरद पवार से उनके घर मिलने पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण, पृथ्वी राज चव्हाण, बाला साहेब थोराट और सुशील कुमार शिंदे उनसे वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर गहन मंथन कररहे हैं। यह माना जाता है कि यह सभी नेता शिव सेना को समर्थन देने और भाजपा के ”मंसूबे” नाकाम करने के हक़ में हैं।