महाराष्ट्र में सरकार बनाने की ख़बरों के बीच राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश मानते हुए इस पर मुहर लगा दी है जिसके बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है। वहां विधानसभा को ”सस्पेंडेड एनीमेशन” में रखा गया है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सुबह वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी। मंत्रिमंडल ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी की इस संबंध में सिफारिश को मानते हुए यह सिफारिश की थी। शिव सेना फैसले के खिलाफ पहले से ही सुप्रीम कोर्ट की शरण में है।
इस बीच शाम को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, खड़गे और वेणुगोपाल मुंबई पहुँच गए हैं। वहां वे सरकार बनाने और उसका क्या स्वरुप हो, इस पर एनसीपी और संभवता शिव सेना से भी बात करेंगे। राष्ट्रपति शासन लग जाने के बाद भी शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस का गठबंधन सरकार बनाने का रास्ता बंद नहीं हो गया है।
नियमों के मुताबिक राष्ट्रपति शासन के बाद भी यदि शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाने का दावा राज्यपाल के सामने करते हैं तो उन्हें उसे सरकार बनाने के लिए बुलाना होगा। हां, दावे के साथ उन्हें बहुमत विधायकों का पत्र राज्यपाल को देना होगा। जानकारों के मुताबिक अभी महाराष्ट्र में शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार की संभावना बनी हुई है।
राष्ट्रपति शासन छह महीने तक रह सकता है और इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। राष्ट्रपति दौरान कोइ भी दल, चाहे भाजपा भी बहुमत के साथ ऐसा दावा करती है तो, राज्यपाल को उन्हें सरकार बनाने के लिए बुलाना होगा।
वैसे अभी तक के संकेत से लगता है कि महाराष्ट्र में एनसीपी और कांग्रेस शिव सेना को समर्थन से पहले सारी बाते फाइनल करना चाहते हैं जिसके कारण वहां सरकार बनाने में देरी हुई है। अहमद पटेल, वेणुगोपाल , खड़गे जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का मुम्बई जाना इस बात का संकेत है कि सरकार बनाने की कोशिश जारी है। मामला पदों, शर्तों को लेकर अटका हुआ है।
उधर शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं अहमद पटेल और कपिल सिब्बल से सुबह बात की थी। सेना ने चेतावनी दी थी कि यदि उन्हें राज्यपाल की तरफ से दिए गए समय से पहले राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की गयी तो यह गैरकानूनी होगा और इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी जो उसने किया भी है। शिव सेना ने इसके लिए कपिल सिब्बल को जिम्मा सौंपा है। अहमद पटेल शाम को मुम्बई आने वाले हैं।
उधर एनसीपी नेता नवाब मालिक ने कुछ देर पहले प्रेस कांफ्रेंस करके कहा है कि शरद पवार सरकार को लेकर फैसला करेंगे और सरकार में तीनों दल शामिल होंगे।
इस बीच केंद्रीय मंत्रिमंडल की पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की गयी है। पीएम मोदी आज ही ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने ब्राज़ील जाने वाले हैं।
आज एनसीपी की बैठक हुई। इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मालिक ने पत्रकारों को बताया कि कांग्रेस के बिना सरकार बनना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से बातचीत के बाद फैसला किया जाएगा।